भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई है। हालांकि, किसी भी देश ने औपचारिक रूप से युद्ध की घोषणा नहीं की है, लेकिन भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से सीमा पर भारी गोलीबारी की जा रही है। वहीं, 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने इसे पूरी तरह से नाकाम कर दिया। इस बीच भारत का हारोप ड्रोन चर्चा का विषय बना हुआ है, जो युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है। यहां हम आपको हारोप ड्रोन के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
हारोप ड्रोन क्या है?
IAI हारोप ड्रोन इज़राइल द्वारा विकसित किया गया है। इज़राइल के अलावा, भारत और अज़रबैजान भी इस ड्रोन का उपयोग करते हैं। यह एक मानवरहित 'आत्मघाती' ड्रोन है, जिसकी लंबाई 2.5 मीटर है और इसके पंखों का फैलाव 3 मीटर है। रिपोर्टों के अनुसार, हारोप ड्रोन लगभग 20 किलोग्राम विस्फोटक ले जा सकता है और इसे हवा में सात घंटे तक उड़ने की क्षमता प्राप्त है। इस दौरान यह ड्रोन 1000 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है।
घात लगाकर हमला करने वाला ड्रोन
हारोप ड्रोन को इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) द्वारा विकसित किया गया है। इसका नाम IAI हारोप से संदर्भित है, जहां 'IAI' इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के निर्माता का नाम है और 'हारोप' इसका मॉडल नाम है। यह ड्रोन एक प्रकार का लोइटरिंग म्यूनिशन (LM) है, जो युद्ध के मैदान के ऊपर मंडराते हुए अपने लक्ष्य का इंतजार करता है। जब इसका लक्ष्य सामने आता है, तो यह ऑपरेटर के आदेश पर हमला करता है। यह एक घातक ड्रोन है, जिसे विशेष रूप से युद्ध के मैदान में टारगेटेड हमलों के लिए डिजाइन किया गया है।
यह ड्रोन पाकिस्तान के लिए क्यों हो सकता है खतरनाक?
हारोप ड्रोन अपनी उच्च उड़ान क्षमता, दूरी और सटीकता के कारण युद्ध के दौरान किसी भी दुश्मन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। अगर युद्ध की स्थिति बनती है, तो यह ड्रोन पाकिस्तान के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों और आतंकी शिविरों पर सटीक हमला कर सकता है। इसके साथ ही, यह पाकिस्तान की रक्षा प्रणालियों को भी चकमा दे सकता है, क्योंकि इसका प्रमुख उद्देश्य टारगेट का पीछा करते हुए उसे नष्ट करना है।