इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के साथ भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 के नए चक्र की शुरुआत करेगा। इस अहम दौरे से पहले टीम इंडिया एक बड़े बदलाव से गुज़र रही है, क्योंकि रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। ऐसे में टीम एक नए टेस्ट कप्तान के साथ मैदान में उतरेगी।
इसी संदर्भ में शुभमन गिल का नाम संभावित कप्तानों में सबसे ऊपर चल रहा है। हालांकि, 25 वर्षीय इस बल्लेबाज़ की विदेशी टेस्ट रिकॉर्ड को लेकर कई पूर्व खिलाड़ियों और विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। गिल ने अब तक विदेशी धरती पर 13 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उनका औसत महज 29.5 का रहा है और उनके बल्ले से सिर्फ एक शतक निकला है।
शास्त्री ने लिया गिल का पक्ष
इस आलोचना के बीच भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने गिल का खुलकर बचाव किया है और उन्हें भविष्य का टेस्ट कप्तान बनाने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि गिल में कप्तानी के सभी गुण हैं और उन्हें सिर्फ खेलने का मौका देना चाहिए।
शास्त्री ने ICC Review के ताज़ा एपिसोड में कहा, “लोग कहेंगे कि उसने विदेशों में रन नहीं बनाए। मैं कहता हूँ, पहले अपने रिकॉर्ड देख लो कि आपने विदेश में क्या किया है। हर बार वही 'ओवरसीज़, ओवरसीज़'। उसे खेलने दो, रन अपने आप आएंगे। वो क्लास खिलाड़ी है।”
शास्त्री ने कहा, “गिल और दूसरे युवा खिलाड़ी अब अपनी आईपीएल टीमों की कप्तानी कर चुके हैं, और इससे उनमें नेतृत्व की समझ आई है। मैंने जितना गिल को देखा है, वो शांत, संतुलित और समझदार नज़र आता है — एक कप्तान के लिए ये ज़रूरी गुण हैं।”
चुनौतीपूर्ण होगा इंग्लैंड दौरा
यदि गिल को कप्तानी सौंपी जाती है, तो यह इंग्लैंड दौरा उनके करियर का सबसे बड़ा इम्तिहान साबित हो सकता है। नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत एक कठिन विदेशी दौरे से हो रही है, ऐसे में न केवल बल्लेबाज़ के रूप में बल्कि कप्तान के तौर पर भी गिल से उम्मीदें काफी अधिक होंगी।
चयनकर्ता जल्द ही इंग्लैंड सीरीज के लिए कप्तान और टीम की घोषणा करेंगे, और क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें इस बात पर टिकी होंगी कि भारत किस युवा चेहरे को अगुवाई सौंपता है।