प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सऊदी अरब की दो दिवसीय राजकीय यात्रा के लिए रवाना हो गए। यह यात्रा सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर हो रही है। अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी भारत-सऊदी अरब के रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने के साथ-साथ क्षेत्रीय स्थिरता, समृद्धि और सुरक्षा को बढ़ावा देने पर भी चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का यह सऊदी अरब का तीसरा दौरा है, जो इस बात का संकेत है कि भारत इस खाड़ी देश के साथ अपने संबंधों को कितनी प्राथमिकता देता है। जबकि पिछले सात दशकों में भारत के किसी भी प्रधानमंत्री ने कुल मिलाकर केवल तीन बार सऊदी अरब की यात्रा की थी, वहीं पीएम मोदी अकेले तीन बार वहां जा चुके हैं। यह खाड़ी क्षेत्र के किसी देश में उनकी 15वीं आधिकारिक यात्रा भी है।
रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मैं जेद्दा के लिए रवाना हो रहा हूं। इस यात्रा के दौरान मेरी कई अहम बैठकों और कार्यक्रमों में भागीदारी तय है। भारत सऊदी अरब के साथ अपने गहरे रिश्तों को अत्यंत महत्व देता है। पिछले 10 वर्षों में हमारे आपसी संबंधों में असाधारण गति आई है। मुझे रणनीतिक साझेदारी परिषद की दूसरी बैठक में शामिल होने का इंतजार है, साथ ही वहां भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करूंगा।”
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि भारत और सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक संबंधों ने हाल के वर्षों में रणनीतिक गहराई और गति प्राप्त की है। दोनों देशों ने रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, निवेश और पीपुल-टू-पीपुल कनेक्ट जैसे क्षेत्रों में सशक्त और लाभदायक साझेदारी को आकार दिया है। यह दौरा न केवल द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाएगा, बल्कि व्यापक क्षेत्रीय स्थिरता में भी योगदान देगा।
यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब सितंबर 2023 में नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान सऊदी क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा के बाद रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक आयोजित की गई थी। अब जेद्दा में होने जा रही दूसरी बैठक से दोनों देशों के संबंध एक नए मुकाम पर पहुंचने की उम्मीद है।