एक्ट्रेस खुशी मुखर्जी अक्सर अपनी ड्रेस के चलते सुर्खियों में रहती हैं। वह ओवर रिवीलिंग ड्रेस पहने नजर आती हैं। यह बात ‘बिग बॉस ओटीटी’ फेम फलक नाज को नागवार गुजरी। उन्होंने खुशी को खरी खोटी सुनाई है। फलक उन्हें कवर करने वाले पैपराजी पर भी भड़क गईं। फलक ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें खुशी ब्लैक कलर के रिवीलिंग आउटफिट में अपना प्राइवेट पार्ट कवर करती दिख रही हैं। वीडियो में फलक बोलती हैं, “पिछली बार जैसा कि आप सबको याद होगा कि मैंने दीदी के ऊपर एक वीडियो बनाया था।
अब यहां पर न बात दीदी से बहुत ज्यादा आगे जा चुकी है। ये अब किसी XYZ इंसान को लेकर नहीं है। ये कुछ ऐसा है जो मैं सरकार से पूछना चाहती हूं जो मुझे जानना है कि स्ट्रे डॉग्स पर इतना ऊधम मच जाता है कि जुर्माना है, हम उन्हें खाना नहीं खिला सकते, 50 चीजें हो जाती हैं, लोग सवाल उठाते हैं। मुझे ये समझाइए, प्लीज समझाइए कि इस तरह से सड़क पर, ऐसे कपड़े, आज जो वीडियो वायरल हो रहा है, आज दीदी क्या पहनकर निकली हैं। अब ये बात दीदी के बारे में नहीं है। अब ये कुछ ऐसा है जो स्वीकार करने के काबिल नहीं है।
अगर आप सोसाइटी में रह रहे हैं, इस तरह का कुछ पहनकर सड़क पर निकल रहे हैं, तो सरकार उस पर ऐतराज क्यों नहीं कर रही है? ऐसे मीडिया पर जो इन्हें कवर कर रहा है और ऐसे लोगों पर जो कवर हो रहे हैं, इन पर कोई जुर्माना क्यों नहीं है? मुझे ये जानना है. तो जितने लोग यहां बैठे हुए हैं, प्लीज अथॉरिटी को टैग कीजिए और मैं जवाब जानना चाहती हूं कि क्या ये सही है? और अगर ये सही है न तो ब्रो स्ट्रे डॉग्स को खाना खिलाने में फिर कोई आवाज ना उठाए. अगर नंगेपने पर आवाज नहीं उठ रही तो प्लीज बच्चों को खाना खिलाने पर भी नहीं उठाना।”
राजा चौधरी ने कहा, श्वेता ने बेरहमी से मेरी बेटी को मुझसे दूर करने का फैसला किया
एक्ट्रेस श्वेता तिवारी और एक्टर राजा चौधरी का कई साल पहले तलाक हो चुका है। श्वेता ने राजा पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्हें शराब पीने की आदत है, जिसकी वजह से उनके और बेटी पलक के लिए असुरक्षित माहौल बन गया है। दूसरी ओर, राजा ने श्वेता पर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर जैसे आरोप लगाए थे। अब राजा ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि श्वेता ने जानबूझकर उन्हें पलक से दूर रखा है।
राजा ने हिंदी रश के साथ बातचीत में कहा कि किसी मुद्दे को सुलझाना या न सुलझाना दूसरी बात है, जरूरी ये है कि इंसान होने के नाते हमें इस मुद्दे पर कम से कम एक बार बातचीत करनी चाहिए। बजाय इसके श्वेता ने बेरहमी से मेरी बेटी को मुझसे दूर करने का फैसला किया। ये सही नहीं है। उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह मुझसे पावरफुल थी। हालांकि किसी व्यक्ति को दुखी रिश्ते से दूर जाने का पूरा अधिकार है, लेकिन वो पिता और बच्चे के बीच दूरी पैदा नहीं कर सकता।
इस तलाक की वजह से मुझे अपना सारा पैसा गंवाना पड़ा। ऐसा लगा जैसे मैं विमान दुर्घटना में मर गया जबकि वो बच गई। उसने मेरा सबकुछ छीन लिया। उसने ऐसी स्थिति पैदा कर दी कि कोई भी मुझे अपना घर किराए पर देने को तैयार नहीं था। उसने मेरी छवि खराब कर दी। ये कोर्ट ही था जिसने मुझे मेरा एक फ्लैट (जो मेरे माता-पिता ने खरीदा था) वापस दिलाने में मदद की। अगर ये श्वेता के पास रहता तो वो मुझे एक पैसा भी नहीं देती। उसने मुझे इस शर्त पर तलाक दे दिया कि मैं अपनी बेटी से कभी नहीं मिलूंगा। करीब 8-10 साल की कानूनी लड़ाई के बाद मैंने आखिरकार हार मान ली। मैंने सोचा, ‘बेटी भी न मिले, तू भी न मिले।’ इस पूरी प्रक्रिया में एक पिता की मौत हो जाती है। आप अपनी बेटी से नहीं मिल सकते, फादरहुड खत्म हो जाता है।