महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच आज सोमवार को राहत भरी खबर सामने आई है। महाराष्ट्र में 24 घंटे में पिछले दिनों से कम कोरोना केस दर्ज किए गए हैं। सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में 24 घंटे में कोरोना के 48 हजार 700 नए केस आए हैं। इसी अवधि में राज्य में कुल 534 मौत हुई हैं। वहीं मुंबई में रिकवरी रेट बढ़कर 87% हो गया है। राहत की बात यह है कि पिछले 24 घंटे में 71,736 कोरोना मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। इसके साथ ही अब महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल सक्रिय केस 6,74,770 हो गए हैं। वहीं कुल कोरोना केस बढ़कर 43,43,727 हो गए हैं। राज्य में अब तक 65,284 लोगों की मौत कोरोना से हुई है।
वहीं अगर मुंबई की बात करें तो जारी आंकड़ों के अनुसार आर्थिक राजधानी में पिछले 24 घंटे में 3876 कोरोना के नए केस सामने आए हैं। इसी अवधि में शहर में 70 लोगों की मौत हुई है। मुंबई में अब तक कोरोना से 6,31,527 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं।
कोरोना पर केंद्र की नई गाइडलाइन
उधर देश में बढ़ते संक्रमण को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इसमें बताया गया है कि कब लॉकडाउन लगाना है और कब कंटेनमेंट जोन बनाने हैं। एडवाइजरी में लिखा है कि राज्य सरकारों को लोगों के साथ सख्ती करनी होगी। किसी इलाके का पॉजिटिविटी रेट लगातार एक सप्ताह तक 10% आता है या कहीं अस्पतालों में 60% बेड भर जाते हैं तो वहां 14 दिन का लॉकडाउन जरूरी है। राज्यों को जिलों में छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बनाने की सलाह दी गई है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि बड़े कंटेनमेंट जोन बनाने से बचना चाहिए। जरूरत पड़े तो पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही यह कदम उठाएं। पहले पता कर लें कि कितनी बड़ी आबादी में संक्रमण फैला है और कितने इलाके को बंद किया जाना है। गृह मंत्रालय ने कहा कि लॉकडाउन लगाने से पहले एक फ्रेमवर्क तैयार करें, ताकि लॉकडाउन लगाने का मकसद पूरा हो सके।