सवाई माधोपुर/बौंली। अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर बौंली कस्बे में नाम पट्टिका लगाने को लेकर शुरू हुआ विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा और भाजपा मंडल अध्यक्ष हनुमंत दीक्षित के बीच हुई कहासुनी और कथित मारपीट का मामला शांत होने की बजाय और गहराता जा रहा है।
इस मुद्दे पर अब कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने भी प्रतिक्रिया दी है। सवाई माधोपुर दौरे पर पहुंचे मंत्री मीणा ने कहा कि देश में कानून का राज है और किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर किसी नेता ने अनुचित काम किया हो, तो उसके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया अपनानी चाहिए, भावनाओं में बहकर हिंसक कदम उठाना उचित नहीं है।”
राजनीति में संयम जरूरी
किरोड़ी लाल मीणा ने स्पष्ट किया कि लोकतंत्र में आंदोलन और विरोध का स्थान है, लेकिन व्यक्तिगत विवादों को हिंसा में बदलना पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने कहा कि वे खुद अपनी पार्टी के नेताओं को समझाएंगे कि किसी भी प्रकार की उत्तेजक या भड़काऊ कार्रवाई से बचें।
क्या है मामला?
दरअसल, बौंली स्थित अंबेडकर सर्किल पर पट्टिका लगाने को लेकर विवाद उस समय बढ़ गया, जब विधायक इंदिरा मीणा ने भाजपा मंडल अध्यक्ष हनुमंत दीक्षित के साथ कथित रूप से मारपीट कर दी। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद भाजपा ने बौंली थाने के बाहर विधायक के खिलाफ प्रदर्शन किया और एफआईआर दर्ज कराई।
इसके जवाब में कांग्रेस की ओर से भी भाजपा नेताओं पर जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए शिकायत दी गई। फिलहाल, पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों की जांच कर रही है।