कुचामनसिटी। राजस्थान के कुचामनसिटी में व्यापारियों से अंतरराष्ट्रीय कॉल के जरिए फिरौती मांगने के बहुचर्चित मामले में अहम मोड़ आया है। दुबई से गिरफ्तार किए गए आरोपी आदित्य जैन को गुरुवार को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) और कुचामनसिटी पुलिस ने एक अन्य मामले में प्रोडक्शन वारंट के जरिए दोबारा हिरासत में लिया है।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग से जुड़ाव
आरोप है कि आदित्य जैन इन कुख्यात गैंगस्टरों के लिए 'डिब्बा कॉलर' के रूप में काम कर रहा था — यानी विदेशों से कॉल कर भारत में धमकी देना और फिरौती वसूलना। पहले से दर्ज पांच व्यापारियों को धमकी देने के मामले में उसकी अहम भूमिका सामने आई है।
न्यायालय में पेशी और रिमांड मंजूर
अपर लोक अभियोजक सुनील शर्मा ने जानकारी दी कि आरोपी को एसीजेएम ज्ञानेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया गया, जहां से पहले उसे जेल भेजा गया। इसके बाद एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने उसे अन्य मामले में प्रोडक्शन वारंट पर लेकर दोबारा कोर्ट में पेश किया, जहां से 21 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर सौंपा गया।
पूछताछ में गैंग सदस्य का खुलासा, सीकर से गिरफ्तारी
पुलिस पूछताछ में आदित्य जैन ने अपनी गैंग के एक और सदस्य का नाम उजागर किया, जिसे तुरंत सीकर से गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल पुलिस की पूछताछ जारी है और अधिकारियों को इस मामले में कई और बड़े खुलासों की उम्मीद है।
तफ्तीश का जिम्मा AGTF को
इस हाई-प्रोफाइल केस की जांच एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स में उपाधीक्षक फूलचंद के नेतृत्व में हो रही है। पुलिस का मानना है कि पूछताछ के दौरान लॉरेंस-गोदारा गैंग की फिरौती गतिविधियों से जुड़े कई अंतरराष्ट्रीय लिंक भी सामने आ सकते हैं।