मध्य प्रदेश में कोरोना बेकाबू है। यहां, मंगलवार को 817 लोग कोरोना संक्रमित मिले और 554 मरीज ठीक हुए और 1 की मौत हो गई। राज्य में अब तक 2.70 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 2.61 लाख ठीक हो चुके हैं, जबकि 3,891 मरीजों की मौत हो गई। 5,286 का इलाज चल रहा है। वहीं, जबलपुर से दूसरे तरह के मामले सामने आ रहे हैं। वैक्सीनेशन के बाद भी लोग पॉजिटिव हो रहे हैं। महिला डॉक्टर के बाद जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा भी सोमवार को पॉजिटिव पाए गए हैं। कलेक्टर ने कोरोना का टीका भी लगवाया है। इस मसले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने जबलपुर में रात 10 बजे के बाद बाजार बंद करने का फैसला किया है।
भोपाल और इंदौर में नाईट कर्फ्यू
शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट ने भोपाल और इंदौर में फिर से नाइट कर्फ्यू का निर्णय लिया है। इसके साथ ही प्रदेश के 8 शहरों जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, रतलाम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल और खरगोन में रात्रि 10 बजे के बाद बाजार बंद रहेगा। इन शहरों में कर्फ्यू जैसी स्थिति नहीं रहेगी लेकिन बाजार अनिवार्य रूप से बंद रहेगा।
मंगलवार को जबलपुर में 44 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। वहीं, वैक्सीनेशन के 17 दिन बाद दो डॉक्टर संक्रमित हुए हैं। जानकारी के अनुसार सरकारी मेडिकल कॉलेज के दो डॉक्टरों को कोविडशील्ड की वैक्सीन लगी थी। 22 फरवरी को दोनों डॉक्टरों को दूसरा डोज दिया गया था। 7 और 8 मार्च को दोनों में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए। 10 मार्च को जांच हुई तो दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसके बाद दोनों आइसोलेशन में हैं। इनकी उम्र 45 और 42 साल है।
मेडिकल कॉलेज के डीन पीके कसार ने दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बारे में पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद 15 दिन तक लोग लापरवाही नहीं बरते। हमेशा मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। वहीं, सीएमएचओ मनीष मिश्रा को हटा दिया गया है। उन्हें कोरोना काल में दूसरी बार पद से हटाया गया है।
वहीं, डॉक्टरों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि कोई भी वैक्सीन 100% प्रभावी नहीं है। ऐसे में वैक्सीन के साथ ही हमें सावधानी बरतनी होगी। वैक्सीनेशन के बाद जो लोग पॉजिटिव हुए हैं, उनकी पूरी रिपोर्ट देखी जाएगी। वैक्सीनेशन के बाद उनका हर्ड इम्युनिटी विकसित हुआ था कि नहीं।