बॉलीवुड की उभरती हुई प्रतिभा, जिया खान, की अचानक आत्महत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। 3 जून 2013 की रात को जब उनके मुंबई स्थित जुहू अपार्टमेंट से उनकी मौत की खबर आई, तो किसी को यकीन नहीं हुआ कि जिसने 19 की उम्र में ही बॉलीवुड में पहचान बना ली थी, वो 25 की उम्र में इतनी दुखदायी स्थिति में अकेली रह गई थी।
इस मामले में अभिनेता सूरज पंचोली पर जिया को आत्महत्या के लिए उकसाने का गंभीर आरोप लगा, जिसने यह केस सालों तक सुर्खियों में बनाए रखा। करीब एक दशक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 2023 में CBI की स्पेशल कोर्ट ने सबूतों के अभाव में सूरज पंचोली को बरी कर दिया। अब, सूरज की मां और अनुभवी अभिनेत्री जरीना बहाव ने पहली बार इस मामले पर खुलकर अपनी चुप्पी तोड़ी है और कई अहम बातें साझा की हैं।
उस वक्त सूरज और जिया का ब्रेकअप हो चुका था
एक इंटरव्यू में जरीना बहाव ने बताया कि जिया की मौत के समय सूरज पंचोली उनके साथ रिश्ते में नहीं थे। उन्होंने कहा, “बहुत से लोग नहीं जानते कि जिया और सूरज का ब्रेकअप हो चुका था। सूरज को सलमान खान लॉन्च करने वाले थे, और मैंने खुद उससे कहा कि जब करियर की शुरुआत हो रही है, तब तुम्हें भावनाओं से नहीं, फैसलों से काम लेना चाहिए। उसने जिया से ईमानदारी से बात की और कहा कि हमारे माता-पिता इस रिश्ते को मंजूरी नहीं दे रहे हैं, इसलिए हमें अलग हो जाना चाहिए।”
जरीना के मुताबिक, ब्रेकअप के बावजूद जिया सूरज से मिलने की बात करती थीं, लेकिन सूरज ने स्पष्ट कर दिया था कि वह दोस्त के तौर पर मिल सकते हैं, गर्लफ्रेंड के रूप में नहीं। ये बातचीत जिया की मौत से एक महीने पहले हुई थी।
फिल्म से रिजेक्शन और मानसिक तनाव बना वजह?
जरीना बहाव ने इस बात का भी खुलासा किया कि जिया साउथ की एक तेलुगु फिल्म के लिए फाइनल हो गई थीं और इसी को लेकर काफी उत्साहित थीं। लेकिन ऐन वक्त पर फिल्म से उन्हें निकाल दिया गया और उनकी जगह अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह को साइन कर लिया गया। इस फैसले से जिया मानसिक रूप से बेहद टूट गई थीं। जरीना कहती हैं, “वो बहुत दुखी थी। उसने सूरज को बताया कि फिल्म छिन गई है। सूरज ने उसे एक गुलदस्ता भेजा था ताकि उसका मनोबल बना रहे। लेकिन वो बहुत अकेली महसूस कर रही थी।”
सुसाइड से ठीक पहले किया गया कॉल – पर नहीं मिला जवाब
जरीना ने इंटरव्यू में एक बेहद मार्मिक घटना भी साझा की। उन्होंने बताया, “उस दिन जब जिया ने आत्महत्या की, उसने सूरज को कॉल करने की कोशिश की थी। लेकिन सूरज उस वक्त एक्टिंग क्लास में था और फोन साइलेंट पर था। बाद में जब उसने मिस्ड कॉल्स देखीं, तो उसने तुरंत जिया को मैसेज किया – ‘मैं अब फ्री हूं, अगर तुम कॉल करना चाहो तो कर सकती हो।’ लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था।”
लोगों ने सूरज को गलत समझा, लेकिन वो बहुत कुछ सह चुका है
इस बातचीत में जरीना ने यह भी कहा कि सूरज ने पिछले दस सालों में बहुत कुछ सहा है — समाज का आरोप, मीडिया का दबाव और मानसिक तनाव। उन्होंने कहा, “लोग बिना सच्चाई जाने किसी पर उंगली उठा देते हैं। कोर्ट ने फैसला सुनाया, लेकिन लोगों ने सूरज को पहले ही दोषी मान लिया था। एक कलाकार के लिए ये बहुत मुश्किल दौर था। लेकिन अब जब सच्चाई सामने आ चुकी है, तो लोगों को भी खुले दिमाग से देखना चाहिए कि हर कहानी के दो पहलू होते हैं।”
जिया खान की कहानी – एक दुखद लेकिन जरूरी याद
जिया खान का जाना न सिर्फ एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री की असमय मृत्यु थी, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे ग्लैमर की दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक मजबूती कितनी अहम होती है। वह सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं थीं, बल्कि हिम्मती, संवेदनशील और भावुक इंसान थीं, जो अंत तक जीवन के संघर्ष से जूझती रहीं।
इस पूरे मामले से एक बात जरूर सीखने को मिलती है — किसी की ज़िंदगी की कहानी को बिना पूरी जानकारी के जज नहीं किया जाना चाहिए। जिया की आत्महत्या एक व्यक्तिगत त्रासदी थी, जिसका असर कई ज़िंदगियों पर पड़ा। अब जबकि कोर्ट ने सूरज पंचोली को निर्दोष माना है, शायद वक्त आ गया है कि लोग अपनी धारणाएं पीछे छोड़कर सच को स्वीकारें।