सीकर में खाटू श्याम जी का फाल्गुन मेला 28 फरवरी से 11 मार्च तक आयोजित होगा, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। मेले की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, और प्रशासन व मंदिर कमेटी चिकित्सा, परिवहन, यातायात, रोशनी, सड़क, पेयजल और सफाई की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से लागू कर रहे हैं। मेले की व्यवस्थाओं की निगरानी कलेक्टर मुकुल शर्मा और मंदिर कमेटी के पदाधिकारी कर रहे हैं। सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रबंध किए गए हैं। भक्तों को मंदिर में इत्र की शीशी, कांटेदार डंडी वाले गुलाब और ध्वज ले जाने की अनुमति नहीं होगी, इनकी व्यवस्था लखदातार मैदान के पास की गई है। पूरे मेले क्षेत्र में व्यापक स्तर पर लाइटिंग की गई है और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, रींगस से खाटू और मंढा मोड़ से खाटू तक बैरिकेडिंग का काम पूरा कर लिया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन का अनुभव मिल सके।
रींगस से खाटूश्यामजी मार्ग और खाटू नगरी को पूरी तरह सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा गया है। करीब 360 सीसीटीवी कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी। सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए अलोदा तिराहा, मंढा रोड और रींगस रोड सहित प्रमुख स्थानों पर कैमरे लगाए गए हैं।
इसके अलावा, चार दिशाओं में बड़े विद्युतीकृत गेट स्थापित किए गए हैं, जो चार देवताओं की आकृतियों से सुसज्जित हैं। मेले के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। दस सेक्टरों में करीब 7,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। रींगस डायवर्जन, चारण मेला मैदान प्रवेश द्वार, लामिया रोड और दांता रोड पर विशेष सुरक्षा द्वार लगाए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में भी पुलिस बल की तैनाती की गई है, जिससे भक्तजन निर्बाध रूप से दर्शन कर सकें।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई गईं
भक्तों को सुगमता से दर्शन कराने के लिए चारण मेला मैदान में दो नए ब्लॉक जोड़े गए हैं, जिससे भीड़ को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सके। इसके अलावा, चारण मेला ग्राउंड और लखदातार मेला ग्राउंड में छह-छह नए ब्लॉक बनाए गए हैं। अब कुल 12 ब्लॉकों के ज़िगज़ैग मार्ग से होकर श्रद्धालु 75 फीट लंबी 14 लाइनों के माध्यम से बाबा श्याम के दरबार तक पहुंच सकेंगे। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान और मंत्री मानवेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
खाटू श्याम जी रींगस रोड होगी नो- व्हीकल जोन
इस बार खाटू श्याम जी मेले में जाने वाले वाहन चालकों को नई यातायात व्यवस्था से गुजरना होगा। खाटू श्याम जी के थानाधिकारी पवन कुमार चौबे ने बताया कि फाल्गुन मेले के दौरान छोटे वाहन और नियमित बसों के लिए एनएच-52 मंढा होते हुए पार्किंग में प्रवेश की व्यवस्था की गई है। श्याम मेले के लिए 52 बीघा सहित चारों दिशाओं में पार्किंग की सुविधा होगी, जहां से वाहनों की निकासी शाहपुरा ग्राम के रास्ते करवाई जाएगी। बसों का संचालन सांवलपुरा होते हुए किसान गोशाला के पास बनी पार्किंग तक किया जाएगा। दांता रोड से आने वाले वाहनों की पार्किंग पीडब्ल्यूडी चौकी के पास होगी, जबकि लामिया से आने वाले वाहनों की पार्किंग सीतारामपुरा जोहड़ी में निर्धारित की गई है। इस मेले के दौरान खाटू श्याम जी-रींगस सड़क मार्ग को पूरी तरह से नो-व्हीकल ज़ोन घोषित किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित दर्शन का अनुभव मिल सके।
बंगाली कारीगर सजा रहे हैं खाटू धाम
28 फरवरी से शुरू होने वाले वार्षिक लक्खी मेले को लेकर बाबा श्याम के निज मंदिर का श्रृंगार इस बार बेहद भव्य और आकर्षक बनाया जा रहा है। मंदिर को दिव्य रूप देने के लिए 120 बंगाली कारीगर विशेष रूप से खाटूश्यामजी पहुंचे हैं, जो अपने बेहतरीन शिल्प-कौशल से सजावट का कार्य कर रहे हैं। मंदिर कमेटी के नेतृत्व में खाटू धाम की सजावट का कार्य जोरों से जारी है। कारीगर मंदिर को ड्राई जिप्सी, सुनहरी घंटी, जाली, ओएसिस फ्लोर फॉम, कपड़ा, बांस और कंडिश्नर के साथ लाल, सफेद, पीले, बैंगनी और अन्य कच्चे फूलों से सजा रहे हैं। सजावट में लगे कारीगरों का कहना है कि वे बीते एक हफ्ते से लगातार फूलों की तैयारी में जुटे हैं। इस बार मेले में प्रतिदिन बाबा श्याम के मंदिर के बाहर अलग-अलग झांकियां सजाई जाएंगी। ये कारीगर इससे पहले वैष्णो देवी और वृंदावन में भी भव्य सजावट का कार्य कर चुके हैं।
मेले के लिए 250 बसों का संचालन
खाटूश्यामजी मेले के लिए रोडवेज की ओर से कुल 250 बसों का संचालन किया जाएगा, जो दो चरणों में संपन्न होगा। पहले चरण में 28 फरवरी से सीकर डिपो द्वारा खाटूश्यामजी के लिए नियमित बस सेवाएं शुरू की जाएंगी, जबकि दूसरा चरण 7 मार्च से 12 मार्च तक चलेगा। इस दौरान जयपुर और दिल्ली रूट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सिंधी कैंप और दिल्ली डिपो पर विशेष कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। साथ ही, शेखावाटी के दर्शनीय स्थलों के भ्रमण के लिए भी रोडवेज बसों की बुकिंग उपलब्ध होगी। मेले के दौरान खाटू से दिल्ली के लिए टू बाई टू सेमी डीलक्स बस सेवाएं चलाई जाएंगी।
श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सीकर, जयपुर, रेलवे स्टेशन जयपुर और खाटूश्यामजी के मेला ग्राउंड में अलग से बुकिंग काउंटर लगाए जाएंगे, जहां से बसों की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।