गर्मियों के ज्यादा होती हैं सिरदर्द की समस्या, राहत पाने के लिए दिनचर्या में शामिल करें ये 9 योगासन
By: Ankur Mon, 28 Mar 2022 2:54:45
गर्मियों का मौसम आ चुका हैं जिसमें लोगों को अपनी सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं जिसमे से एक हैं सिरदर्द। गर्मियों के दिनों में सिरदर्द बेहद आम समस्या हैं लेकिन जब यह होता हैं तो आप अपने अन्य कामों में ध्यान नहीं लगा पाते हैं। सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप झट से दवाई खा लेते हैं और ये दवाइयां आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करते हुए इसमें योगासन को शामिल किया जाए जो आपको सेहतमंद बनाए रखने में मदद करेंगे। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे योग की जानकारी देने जा रहे हैं जो सिरदर्द की समस्या में राहत दिलाने का काम करेंगे। तो आइये जानते हैं इन योगासन के बारे में...
शवासन
इस मुद्रा का मुख्य उद्देश्य शरीर को आराम देना और इंद्रियों को शांत करना है। ये ध्यान करने के लिए एक अच्छी मुद्रा है। ये सिरदर्द और तनाव को दूर करने में मदद कर सकती है। शवासन करने का तरीका। योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। अपनी शरीर को आराम देने के लिए शरीर को ढीला छोड़ दें। इसकी शुरुआत पैर की उंगलियों से करें। आंखों को बंद कर लें। अपनी श्वास को शांत और धीमी करने की कोशिश करें। जब तक आप आराम न महसूस करें तब तक इस मुद्रा में लेटें। इसे आप 5 से 10 मिनट कर सकते हैं।
सेतुबंधासन
योगा एक्सपर्ट कहते हैं कि यह आसन आपके मन−मस्तिष्क को शांत करने में मदद करता है, जिसके कारण आपका तनाव कम होता है और माइग्रेन सिरदर्द की समस्या से भी राहत मिलती है। इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले कमर के बल सीधा लेट जाएं। अब आप घुटनों को मोड़ें और एडि़यों को नितंबों के पास रखें। इसके बाद पैरों के मध्य श्रोणि भाग से दूरी बनाएं। हाथों से टखनों के जोड़ को पकड़ें। गहरी लम्बी सांस लें और सांस छोड़ते हुए नाभि को अंदर दबाएं। इस दौरान पंजों को मैट पर दबाएं। अब आराम से मेरूदंड को उपर उठाएं, जिसमें कंधे व सर मैट पर ही रहेंगे। इस स्थिति में 5 से दस श्वास तक रूकें। अब श्वास छोड़ते हुए वापिस आ जाएं।
विपरीत करनी
यह आसन थोड़ा कठिन लगेगा, लेकिन ये उतना ही फायदेमंद भी है। इस आसन से आपके पूरे शरीर और दिमाग को आराम पहुँचता है। बस आपको इस आसन में दीवार की जरूरत पड़ेगी। इस प्रकार आपका सिर दर्द झट से चला जाएगा। सबसे पहले सांस छोड़ें और दीवार की तरफ पैर करके लेट जाएं। पैरों को दीवार पर लगाएं और तलवों को ऊपर की तरफ रखें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके कुल्हें दीवार से थोड़ा अलग रहने चाहिए। अपनी कमर और कूल्हों को जमीन पर आराम से रखें। अब अपने कूल्हों को ऊपर की तरफ बढ़ाएं। आप अपने कूल्हों को हाथों की मदद से भी उठा सकते हैं। इस अवस्था को पांच मिनट तक बनाये रखें। फिर पुरानी अवस्था में वापस आ जाएं।
बालासन
योगा एक्सपर्ट के अनुसार, इस आसन का अभ्यास करने से पूरे नर्वस सिस्टम को शांति मिलती है, जिसके कारण माइग्रेन का दर्द भी काफी कम होता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपनी एडि़यों पर बैठ जाएँ। अब कूल्हों पर एड़ी को रखें और आगे की ओर झुके। इस दौरान माथे को जमीन पर लगाये। इसके बाद आप हाथों को शरीर के दोनों ओर से आगे की ओर बढ़ाते हुए जमीन पर रखें, हथेली आकाश की ओर रखें। धीरे से छाती से जाँघो पर दबाव दें। इस स्थिति में कुछ देर के लिए रूकें। इसके बाद धीरे से उठकर एड़ी पर बैठ जाएं और रीढ़ की हड्डी को धीरे धीरे सीधा करें। अब कुछ देर विश्राम करें। इसके बाद इस आसन का अभ्यास दोबारा करें।
पादंगुष्ठासन
यह बहुत ही सामान्य योग आसन है। इसमें आपको आगे की तरफ झुकना होता है, जिसमें आप अपने हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ेंगे। जब आप आगे की तरफ झुकेंगे, तो रक्त आपके सिर तक अच्छे से पहुंचेगा, जिससे परिसंचरण और ऑक्सीजन के प्रवाह में कमी नहीं आएगी। इस प्रकार आपका सिर दर्द जल्दी ठीक हो जाएगा। इस आसन को शुरू करने से पहले, आपको सबसे पहले सीधा खड़ा होना है और दोनों पैरों को एक दूसरे के बराबर रखना है। आपके पैर कम से कम 6 इंच एक दूसरे से दूर रहने चाहिए और पैर एकदम सीधे रहे। अब थोड़ा झुकें, कोशिश करें की आपका माथा घुटनों को छुएं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आपका धड़ और सिर दोनों एक साथ कार्य करें। अब अपने पैरों के अंगूठों को हाथों की उँगलियों से पकड़ लें। अब सांस लें और धड़ को ऐसी ही अवस्था में रखें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके घुटने एकदम सीधे रहने चाहिए। अब सांस छोड़ें। इसी तरह इस प्रक्रिया को कई बार करने की कोशिश करें। फिर सीधा खड़े हो जाएं।
अधोमुखश्वानासन
इस आसन का अभ्यास करते हुए आपका सिर नीचे की ओर जाता है, जिससे ब्रेन में ब्लड सकुलेशन बढ़ता है और फिर माइग्रेन का दर्द भी कम होता है। इस आसन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। इसके बाद सांस खींचते हुए अपने पैरों और हाथों के बल शरीर को उठाएं। अब आप सांस को बाहर निकालते हुए धीरे−धीरे हिप्स को ऊपर की तरफ उठाएं। इस दौरान अपनी कुहनियों और घुटनों को सख्त बनाए रखें। आपका शरीर इस अवस्था में इस समय उल्टे वी के समान दिखाई देगा। ध्यान रखें कि इस आसन के अभ्यास के दौरान आपके कंधे और हाथ एक सीध में हों। अब हाथों को नीचे जमीन की तरफ दबाएं और गर्दन को लंबा खींचने की कोशिश करें। आपके कान आपके हाथों के भीतरी हिस्से को छूते रहें और अपनी निगाह को नाभि पर केन्द्रित करने की कोशिश करें। इसी स्थिति में कुछ सेकेंड्स तक रुकें और उसके बाद घुटने जमीन पर टिका दें और फिर धीरे−धीरे प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं।
अर्धपिंच मयूरासन करें
अर्धपिंच मयूरासन थोड़ा बहुत अधो मुख श्वासन से मिलता जुलता आसन है (सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप इस आसन को भी कर सकते हैं), इसमें पूरे शरीर का वजन हथेलियों पर रखने की बजाए, कोहनी पर रखा जाता है। ये आसन आपकी गर्दन और कमर को एक अच्छा स्ट्रेच देता है और मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं। अब अपने हाथों को ज़मीन पर रखें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके हाथ और कंधे एक बराबर सीध में होने चाहिए। अब अपनी कमर और कूल्हों को ऊपर की तरफ उठायें और पैरों को एकदम सीधा रखें। जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। फिर अपने सिर को हाथों के बीच में रखें। कुछ सेकेंड के लिए इस अवस्था को बनाएं रखें और गहरी साँस लेते रहें।
शिशुआसन या बच्चे की मुद्रा
ये योग मुद्रा एक बच्चे की तरह होती है। ये शरीर में तनाव और तनाव को दूर करने के साथ-साथ सिरदर्द के इलाज के लिए भी जाना जाता है। इसे करने का तरीका। अपने पैरों को एक साथ जोड़कर और घुटनों को मोड़कर एक योगा मैट पर बैठ जाएं। अपनी बाहों को ऊपर की ओर फैलाएं और अपने शरीर को आराम दें। अपनी भुजाओं को फैलाते हुए धीरे-धीरे चटाई की ओर लाएं। ये सुनिश्चित करें कि ये सीधे हैं और बाहर की ओर खिंचे हुए हैं। अपने माथे को चटाई पर टिकाएं और अपनी श्वास को शांति से नियंत्रित करें। जब तक आप सहज हों तब तक मुद्रा में रहें। इसके बाद फिर अपनी उसी पोज में आएं और इसे दोहराएं।
पादोत्तासन करें
ये आसन भी आगे की तरफ झुकने वाला आसन है। इस आसन का पोज़ आपके पेट के क्षेत्र को मोड़ देता है, जिससे आपकी कमर, गर्दन, कंधे और सिर तक रक्त का प्रवाह अच्छे से होता है। इससे आपको सिर दर्द से बहुत जल्द राहत मिलती है। इस आसन को शुरू करने से पहले, सबसे पहले ताड़ासन में खड़े हो जाएं। अब सांस लें और पैरों को तीन से चार फ़ीट खोल लें। अब हाथों को कमर पर रखें और ध्यान रखें आपके दोनों पैरों की एड़ियां समान होनी चाहिए। अब धीरे-धीरे नीचे की तरफ धड़ को झुकाएं। फिर सांस छोड़ें और धीरे-धीरे कूल्हों को ऊपर की तरफ ले जाएं। अब हाथों को ज़मीन पर रख लें और कूल्हों को क्षमता अनुसार और ऊपर कर लें। अब हाथों को कूल्हों पर लेकर जाएं और धीरे-धीरे धड़ को सीधा कर लें और फिर ताड़ासन की अवस्था में आ जाएं।