न्यूज़
Trending: Sonam Raghuvanshi Housefull 5 Narendra Modi Rahul Gandhi

कुदरत की शक्ति का जीता-जागता नमूना: मेघालय का लिविंग रूट ब्रिज

भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक विविधता का प्रतीक मेघालय का लिविंग रूट ब्रिज, एक अनोखा जीवित पुल है जो पेड़ों की जड़ों से बना है। खासी और जयंतिया जनजातियों की परंपरा और कुदरती कारीगरी का यह अद्भुत उदाहरण पर्यटकों को आकर्षित करता है।

Posts by : Kratika Maheshwari | Updated on: Fri, 02 May 2025 5:22:22

कुदरत की शक्ति का जीता-जागता नमूना: मेघालय का लिविंग रूट ब्रिज

भारत को वि‍वि‍धता का देश कहा जाता है, और यहां की सांस्कृतिक विविधता, ऐतिहासिक धरोहर और प्रकृति की सुंदरता हर किसी को आकर्षित करती है। यहां ना केवल विभिन्न जातियों और संस्कृतियों का समागम है, बल्कि यहां के नजारे, अनूठी जलवायु और विशेष स्थान भी पर्यटकों के दिल को छू लेते हैं। ऐसे में कई खूबसूरत जगहें हैं, जिनमें प्राकृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्थलों और सांस्कृतिक महत्व से जुड़े पर्यटन स्थल प्रमुख हैं। इन्हीं में से एक आकर्षक और अद्वितीय स्थल मेघालय राज्य है, जो अपने लिविंग रूट ब्रिज के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

मेघालय के लिविंग रूट ब्रिज: एक अद्भुत कारीगरी का उदाहरण

लिविंग रूट ब्रिज, जो पेड़ की जड़ों से बने होते हैं, प्रकृति और मानवता का बेहतरीन संगम पेश करते हैं। यह पुल न केवल प्राचीन कारीगरी का उत्कृष्ट उदाहरण हैं, बल्कि यह लोगों के जीवन में एक अहम भूमिका भी निभाते हैं। इन पुलों को बनाने की तकनीक खासी और जयंतिया जनजातियों द्वारा सदियों से विकसित की गई है। जो पुल आज तक मजबूती से खड़े हैं, उनका निर्माण धीरे-धीरे प्राकृतिक रूप से हुआ है।

इन पुलों का निर्माण रबर के पेड़ों की मोटी जड़ों (Ficus elastica) द्वारा किया जाता है, जिन्हें बड़ी धैर्य और परिश्रम के साथ एक स्थान से दूसरे स्थान तक फैलाया जाता है। यह प्रक्रिया कई सालों तक चलती है, और इन्हें बनाने में करीब 15 से 20 साल का समय लगता है। फिर भी, एक बार तैयार हो जाने के बाद यह पुल कई शताब्दियों तक खड़े रह सकते हैं, जो उनकी मजबूती और कुदरती ताकत को दर्शाता है।

meghalaya living root bridge,natural wonder of meghalaya,living root bridge india,nature bridge meghalaya,unique bridges in india,tree root bridge meghalaya,living root bridge tourism,eco-friendly bridges india,meghalaya travel attractions,tribal architecture india

लिविंग रूट ब्रिज की खूबसूरती और महत्व

स्थायित्व और अनोखापन – इन पुलों का सबसे बड़ा आकर्षण उनकी स्थायित्व है। वे प्राकृतिक रूप से विकसित होने के कारण समय के साथ और मजबूत होते जाते हैं। यही कारण है कि इन पुलों को प्राकृतिक कारीगरी के बेहतरीन उदाहरण के रूप में देखा जाता है।

पर्यावरणीय लाभ – लिविंग रूट ब्रिज पर्यावरण के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं। क्योंकि इनमें किसी भी प्रकार के रासायनिक तत्वों का उपयोग नहीं किया जाता है, यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल हैं। इसके अलावा, ये पुल प्राकृतिक रूप से काम करते हैं, और आसपास के वन्यजीवों और पौधों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।

स्थानीय संस्कृति का हिस्सा – इन पुलों का निर्माण केवल एक संरचनात्मक कार्य नहीं है, बल्कि यह स्थानीय लोगों की सांस्कृतिक धरोहर और प्रकृति के साथ उनके गहरे जुड़ाव को दर्शाता है। यह मेघालय की परंपरा और संस्कृति का प्रतीक है और इस परंपरा को हर पीढ़ी में सौंपने का कार्य स्थानीय लोग करते हैं।

meghalaya living root bridge,natural wonder of meghalaya,living root bridge india,nature bridge meghalaya,unique bridges in india,tree root bridge meghalaya,living root bridge tourism,eco-friendly bridges india,meghalaya travel attractions,tribal architecture india

डबल डेकर रूट ब्रिज: मेघालय का अनोखा पुल

मेघालय के नोंग्रियात गांव में स्थित डबल डेकर रूट ब्रिज को सबसे अधिक पहचाना जाता है। यह पुल अपनी दो मंजिला संरचना के कारण विशेष रूप से प्रसिद्ध है। डबल डेकर रूट ब्रिज पर चलना किसी जादू से कम नहीं लगता, क्योंकि यह पुल पेड़ की जड़ों से बना होने के बावजूद ऐसा लगता है जैसे यह कभी न खत्म होने वाला कोई शानदार रास्ता हो। इसकी सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है, और यहां आने वाले फोटोग्राफी के शौकीन घंटों तक इसकी तस्वीरें लेते हैं।

पर्यटन का नया आकर्षण

लिविंग रूट ब्रिज अब केवल एक कारीगरी का उदाहरण नहीं रहे हैं, बल्कि यह दुनिया भर के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गए हैं। यह पुल पर्यटकों को प्रकृति और मानवता के अद्भुत मिलन का अहसास कराते हैं। भारत के इस अद्भुत पहलू को दुनिया ने न केवल देखा है, बल्कि इसकी सराहना भी की है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को इस प्राचीन कारीगरी को संरक्षित रखने की प्रेरणा मिलती है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को इस अद्भुत कला का अनुभव हो सके।

लिविंग रूट ब्रिज का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व

इन पुलों का सांस्कृतिक महत्व भी बहुत अधिक है। इन्हें सिर्फ यात्रा स्थलों के रूप में नहीं देखा जाता, बल्कि ये स्थानीय लोगों के लिए जीवन का हिस्सा हैं। वे इन पुलों का निर्माण और रख-रखाव अपनी परंपरा और संस्कृति के भाग के रूप में करते हैं। यह कड़ी मेहनत, धैर्य और प्रकृति के साथ संतुलित संबंध का प्रतीक है। इन पुलों के माध्यम से लोगों ने यह दिखा दिया है कि प्रकृति का दोहन किए बिना भी, हम अपनी ज़रूरतें पूरी कर सकते हैं।

इन ब्रिजों का ऐतिहासिक महत्व भी अद्वितीय है। यह स्थानीय जनजातियों द्वारा सदियों से विकसित किया गया तरीका है, जो आज भी कायम है और सदियों तक जीवित रहेगा। यह हमें यह सिखाता है कि प्रकृति का आदर करते हुए भी हम एक स्थायी और मजबूत संरचना तैयार कर सकते हैं।

राज्य
View More

Shorts see more

चेहरे पर दही लगाने से क्या फायदे होते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? यहां जानें

चेहरे पर दही लगाने से क्या फायदे होते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? यहां जानें

  • दही में लैक्टिक एसिड होता है, जो डेड स्किन हटाकर त्वचा को निखारता है
  • यह झुर्रियों, फाइन लाइन्स और झाइयों को कम करने में मदद करता है
  • दही सनबर्न से राहत देता है और त्वचा को ठंडक पहुंचाता है
read more

ताजा खबरें
View More

सगाई के बाद ही सोनम ने बना लिया था राजा को खत्म करने का प्लान, औंकारेश्वर ले जाकर करना चाहती थी हत्या; लेकिन...
सगाई के बाद ही सोनम ने बना लिया था राजा को खत्म करने का प्लान, औंकारेश्वर ले जाकर करना चाहती थी हत्या; लेकिन...
राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच अब SIT  के हाथ में, आज शिलॉन्ग कोर्ट में पेश किया जाएगा सोनम को
राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच अब SIT के हाथ में, आज शिलॉन्ग कोर्ट में पेश किया जाएगा सोनम को
सोनम के सामने हुई राजा रघुवंशी की हत्या, चारों आरोपियों ने कबूला जुर्म
सोनम के सामने हुई राजा रघुवंशी की हत्या, चारों आरोपियों ने कबूला जुर्म
ईद-उल-अजहा: बांग्लादेश में 91 लाख से ज़्यादा पशुओं की कुर्बानी, गायों की संख्या सबसे अधिक!
ईद-उल-अजहा: बांग्लादेश में 91 लाख से ज़्यादा पशुओं की कुर्बानी, गायों की संख्या सबसे अधिक!
राजा रघुवंशी मर्डर केस में बड़ा बयान: आरोपी राज कुशवाहा की मां बोलीं- ‘मेरा बेटा बेकसूर, उसे साजिशन फंसाया गया है’
राजा रघुवंशी मर्डर केस में बड़ा बयान: आरोपी राज कुशवाहा की मां बोलीं- ‘मेरा बेटा बेकसूर, उसे साजिशन फंसाया गया है’
 अब 24 घंटे पहले ही पता चल जाएगा वेटिंग टिकट कंफर्म हुई या नहीं, भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए लिया बड़ा फैसला
अब 24 घंटे पहले ही पता चल जाएगा वेटिंग टिकट कंफर्म हुई या नहीं, भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए लिया बड़ा फैसला
पाकिस्तान की असलियत दुनिया को दिखाकर लौटे सांसदों से मिले पीएम मोदी, ओवैसी की गैरहाजिरी ने खड़े किए कई सवाल
पाकिस्तान की असलियत दुनिया को दिखाकर लौटे सांसदों से मिले पीएम मोदी, ओवैसी की गैरहाजिरी ने खड़े किए कई सवाल
भाईजान की वापसी! Salman Khan का ट्रांसफॉर्मेशन देख फैन्स बोले – अब कोई नहीं रोक सकता!
भाईजान की वापसी! Salman Khan का ट्रांसफॉर्मेशन देख फैन्स बोले – अब कोई नहीं रोक सकता!
2 News : इशिता-वत्सल के घर दोबारा आई खुशी, शेयर की फैमिली फोटो, देवोलीना ने दिखाई अन्नप्राशन सेरेमनी की झलकियां
2 News : इशिता-वत्सल के घर दोबारा आई खुशी, शेयर की फैमिली फोटो, देवोलीना ने दिखाई अन्नप्राशन सेरेमनी की झलकियां
पार्टी विरोधी बयान का गंभीर खामियाज़ा: दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस से 6 साल के लिए किया निष्कासित
पार्टी विरोधी बयान का गंभीर खामियाज़ा: दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस से 6 साल के लिए किया निष्कासित
इस वर्ष की पहली बड़ी डिजास्टर साबित हुई कमल हासन की 'ठग लाइफ', मणिरत्नम को भी नहीं मिला सहारा
इस वर्ष की पहली बड़ी डिजास्टर साबित हुई कमल हासन की 'ठग लाइफ', मणिरत्नम को भी नहीं मिला सहारा
2 News : इस एक्ट्रेस को उनके दोस्त ने दिया दगा, फ्रॉड कर बनाया कंगाल, ‘ट्रिगर्ड इंसान’ ने इनके साथ लिए सात फेरे
2 News : इस एक्ट्रेस को उनके दोस्त ने दिया दगा, फ्रॉड कर बनाया कंगाल, ‘ट्रिगर्ड इंसान’ ने इनके साथ लिए सात फेरे
2 News : अरबाज ने कंफर्म की शूरा की प्रेग्नेंसी, कहा-दूसरी बार पिता बनना…, शादी के 4 साल बाद मां बनीं मशहूर एक्ट्रेस
2 News : अरबाज ने कंफर्म की शूरा की प्रेग्नेंसी, कहा-दूसरी बार पिता बनना…, शादी के 4 साल बाद मां बनीं मशहूर एक्ट्रेस
राजा रघुवंशी मर्डर केस: सोनम के रेनकोट पर मिले खून के धब्बे! आकाश की शर्ट से भी खुली खौफनाक साजिश की पोल
राजा रघुवंशी मर्डर केस: सोनम के रेनकोट पर मिले खून के धब्बे! आकाश की शर्ट से भी खुली खौफनाक साजिश की पोल