एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण को बॉलीवुड में करीब दो दशक हो चुके हैं। दीपिका इस अवधि में फैंस का दिल जीतने में सफल रही हैं। दीपिका को फिल्मों में विविध भूमिकाएं निभाने का मौका मिला है। फैंस दीपिका की फिल्मों के बारे में जानने को बेकरार रहते हैं। अब कहा जा रहा है कि सुपरस्टार शाहरुख खान की आगामी फिल्म ‘किंग’ में दीपिका की एंट्री हो गई है। इस बार वह हीरोइन नहीं बल्कि मां के किरदार में नजर आने वाली हैं। दीपिका, शाहरुख की बेटी सुहाना खान की मां बनती हुई दिख सकती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार दीपिका ‘किंग' में एक कैमियो में नजर आएंगी, जिसमें सुहाना लीड रोल में हैं। बता दें कि दीपिका और शाहरुख ने अभी तक जिन भी फिल्मों में काम किया है वे सुपरहिट रही हैं। दोनों ‘ओम शांति ओम’, ‘चेन्नई एक्सप्रेस’, ‘हैप्पी न्यू ईयर’, ‘जवान’, ‘पठान’ में स्क्रीन शेयर कर चुके हैं। इस जोड़ी को दर्शक खूब पसंद करते हैं। दीपिका को लोग शाहरुख का लकी चार्म मानते हैं। कथित तौर पर शाहरुख और दीपिका 'पठान 2' में भी साथ काम करते दिखेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार दीपिका को सिद्धार्थ आनंद के डायरेक्शन में बनने वाली फिल्म में शाहरुख के साथ अभिनय करने के लिए चुना गया है। हालांकि उससे पहले ‘किंग’ में इस जोड़ी का जादू देखने को मिल सकता है। बताया जा रहा है कि शाहरुख 'किंग' में एक हत्यारे के रूप में नजर आएंगे। दीपिका शाहरुख की एक्स गर्लफ्रेंड बनेंगी। दीपिका फिल्म में एक विस्तारित कैमियो करेंगी। कहानी बहुत दिलचस्प लग रही है। दीपिका के सुहाना की मां बनने की रिपोर्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स खूब कमेंट्स कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दीपिका, सुहाना से 15 साल ही बड़ी हैं।
आरजे महवश का युजवेंद्र चहल के साथ जुड़ रहा है नाम
आरजे महवश पिछले कुछ समय से भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल के साथ रिलेशनशिप की खबरों को लेकर चर्चाओं में हैं। चहल का कुछ दिनों पहले धनश्री वर्मा से तलाक हो गया। इस बीच महवश ने अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर खुलकर बात की। महवश से ‘युवा’ को दिए इंटरव्यू में रिलेशनशिप स्टेटस के बारे में पूछा गया तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वो सिंगल हैं और कैजुअल डेट नहीं करती हैं। अगर उन्हें शादी करनी पड़ी तो वह भी ऐसा ही करेंगी।
महवश ने कहा कि मैं शादी करने से इसलिए कतरा रही हैं क्योंकि मैं आज के समय में इस अवधारणा के अनुकूल नहीं हूं। जब मैं 19 साल की थी तो इस दौरान मेरी सगाई हो चुकी थी। छोटे शहर से होने के कारण मेरा मुख्य लक्ष्य एक अच्छा लड़का ढूंढ़ना और उससे शादी करना था और मैंने यही किया। मुझे सगाई तोड़नी पड़ी क्योंकि मंगेतर ने एक बार नहीं बल्कि तीन बार धोखा दिया। पहली दो बार तो मैं चुप रहीं, मुझे लगा कि लोग मेरे बारे में बुरा-भला कहेंगे, लेकिन सब कुछ बर्दाश्त करने की एक सीमा होती है और जब तीसरी बार धोखा मिला तो यह सीमा पार हो गई।
जिस तरह से मुझे उस वक्त ट्रीट किया जा रहा था मुझे गंभीर पैनिक अटैक आने लगे थे और इसके लिए इंजेक्शन भी लगवाने पड़े। डॉक्टर माता-पिता से पूछते थे कि मुझे क्या हुआ था, लेकिन मैं उनसे यह बात साझा भी नहीं कर सकती थीं क्योंकि मैंने सगाई करने के लिए उनसे लड़ाई की थी। जब मैं 21 साल की थीं, तो मैंने उसे छोड़ने का फैसला किया और मुझे ऐसा करने के लिए हिम्मत की जरूरत थी।