राजस्थान में इस बार मानसून ने समय से पहले दस्तक देकर राहत की सौगात दी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि प्रदेश में मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, जोधपुर और जयपुर से होकर गुजर रही है। इसके साथ ही अगले पांच दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राज्यभर में मानसूनी बादल सक्रिय हो चुके हैं और एक नया लो प्रेशर एरिया भी विकसित हो रहा है, जिससे बारिश की तीव्रता और बढ़ेगी।
मानसून ने तय तिथि से पहले दी दस्तक
आईएमडी के जयपुर केंद्र के अनुसार, राजस्थान में इस बार मानसून ने सामान्य तिथि से सात दिन पहले ही प्रवेश कर लिया है। बुधवार को मानसून का औपचारिक प्रवेश हुआ, जो प्रदेश के पश्चिमी जिलों से होते हुए धीरे-धीरे पूरे राज्य में फैल रहा है। आगामी दो से तीन दिनों में इसका प्रभाव पूर्वी और उत्तरी राजस्थान के हिस्सों में भी देखने को मिलेगा।
इन जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के जयपुर, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, बारां, कोटा, भीलवाड़ा, झालावाड़, अजमेर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश, आकाशीय बिजली और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज़ हवाओं की संभावना जताई गई है।
यहां होगी भारी से अतिभारी बारिश
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार अगले दो दिनों में विशेष रूप से उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, सलूंबर, भीलवाड़ा, बारां, बूंदी, झालावाड़, कोटा, अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, टोंक, नागौर और डीडवाना-कुचामन में भारी से अतिभारी बारिश हो सकती है। वहीं, 21 से 23 जून के बीच अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, बूंदी, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झुंझुनूं, करौली, सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक, चूरू और पाली जिलों में भी अच्छी बारिश का अनुमान है।
लो प्रेशर सिस्टम बढ़ाएगा मानसून की ताकत
पूर्वी भारत में बने एक नए लो प्रेशर एरिया का असर राजस्थान पर स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। यह सिस्टम अगले कुछ दिनों में मानसूनी गतिविधियों को और ज्यादा सक्रिय बनाएगा। इससे न केवल बारिश की तीव्रता बढ़ेगी, बल्कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रगति भी तेज़ होगी।
पहली बारिश के असर और मौसम का मिज़ाज
मानसून के आगमन के साथ ही माउंट आबू में बुधवार सुबह तक बीते 24 घंटे में 9.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। वादियां घने कोहरे में लिपटी रहीं और तापमान में गिरावट दर्ज की गई — अधिकतम 23.4 डिग्री और न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, उदयपुर, कोटा, अजमेर, जयपुर और भरतपुर संभाग के कुछ हिस्सों में भी रुक-रुक कर वर्षा हुई।
राजस्थान में मानसून के समय से पहले और मजबूत प्रवेश ने किसानों से लेकर आम नागरिकों तक सभी के चेहरों पर राहत की मुस्कान ला दी है। हालांकि, अगले पांच दिनों तक जारी भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनज़र सतर्कता बरतना जरूरी है। मौसम विभाग के ताजा अलर्ट के अनुसार, जनजीवन प्रभावित हो सकता है, इसलिए स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को पूरी सावधानी के साथ मौसम की गतिविधियों पर नजर बनाए रखनी चाहिए।