बिना सूंड वाले गणेश जी का इकलौता मंदिर जहां साल में दिन के आधार पर बनाई गई है 365 सीढियां

By: Ankur Tue, 30 Aug 2022 9:36:33

बिना सूंड वाले गणेश जी का इकलौता मंदिर जहां साल में दिन के आधार पर बनाई गई है 365 सीढियां

भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी का दिन गणेश जन्मोत्सव के रूप में 31 अगस्त, बुधवार को मनाया जाना हैं। इस दिन गणपति जी के मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिलेगी। देश में गणेश जी के अनगिनत मंदिर हैं जिसमें से एक हैं बिना सूंड वाले गणेश जी का इकलौता मंदिर जो कि राजस्थान में हैं। बात सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन ये सच है की यहां के गणेश जी के सूंड नहीं हैं। ये देश में संभवत: एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां बिना सूंड़ वाले गणेश जी की प्रतिमा है। रियासतकालीन यह मंदिर गढ़ की शैली में बना हुआ है। इसलिए इसका नाम गढ़ गणेश मंदिर पड़ा। गणेश जी के आशीर्वाद से ही जयपुर की नींव रखी गई थी। पहाड़ी पर स्थित मंदिर तक पहुंचे के लिए कुल 365 सीढियां है। जो साल के दिन को आधार मानकर बनाई गई थी। मंदिर तक जाने रास्ते में एक शिव मंदिर भी आता है जिसमें पूरा शिव परिवार विराजमान है।

दरसअसल, यहां स्थित मंदिर में गणेश जी के बाल रूप की प्रतिमा स्थापित है। गणेश जी के बाल रूप को देखकर यहां आने वाला हर भक्त मंत्रमुग्ध हो जाता है। बिना सूंड़ वाले गणेश जी को देखकर लोग चकित भी हो जाते हैं। यह मंदिर रियासतकालीन है और करीब 290 साल पुराना है। यहां गणेशजी के दो विग्रह हैं। जिनमें पहला विग्रह आंकडे की जड़ का और दूसरा अश्वमेघ यज्ञ की भस्म से बना हुआ है। नाहरगढ़ की पहाड़ी पर महाराजा सवाई जयसिंह ने अश्वमेघ यज्ञ करवा कर गणेश जी के बाल्य स्वरूप वाली इस प्रतिमा की विधिवत स्थापना करवाई थी। पहाड़ी पर मंदिर में भगवान गणेजी की प्रतिमा को इस प्रकार प्रतिष्ठापित किया गया है कि परकोटे में स्थित सिटी पैलेस के चन्द्र महल से दूरबीन द्वारा भगवान की प्रतिमा साफ दिखाई देती हैं। कहा जाता है कि रियासतकाल में चंद्र महल से महाराजा दूरबीन से भगवान के दर्शन किया करते थे।

मंदिर परिसर में पाषाण के बने दो मूषक स्थापित है जिनके कान में भक्त अपनी इच्छाएं बताते हैं और मूषक उनकी इच्छाओं को बाल गणेश तक पहुंचाते है। यहां ऐसी अनोखी गणेश प्रतिमा के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से भक्त आते हैं। भक्तों का विश्वास है कि गढ़ गणेश से मांगी जाने वाली हर मनोकामना पूरी होती है। मंदिर परिसर में फोटोग्राफी की सख्त मनाही है। यहां किसी भी प्रकार से फोटो लेना मना है। मंदिर के पास खड़े होकर देखने से पूरा जयपुर का विहंगम दृश्य दिखाई देता है। यहां से सिटी पैलेस, त्रिपोलिया बाजार, न्यू गेट, रामनिवास बाग का अल्बर्ट हॉल एक सीध में नजर आते हैं।

ये भी पढ़े :

# फ्लाइट अटेंडेंट का दिल छू लेने वाला वीडियो आया सामने, रोती हुई बच्ची को गोद में उठा करा रहा था चुप

# अपने लंबे बालों का इस्तेमाल कर लाखों की कमाई कर रही हैं लड़की, जानें क्या हैं माजरा

# जमकर ट्रेंड में हैं RRR के रामचरण लुक वाली गणपति बप्पा की मूर्ति, कीमत लगभग 10 हजार

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
lifeberrys हिंदी पर देश-विदेश की ताजा Hindi News पढ़ते हुए अपने आप को रखिए अपडेट। Viral News in Hindi के लिए क्लिक करें अजब गजब सेक्‍शन

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com