प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले Vertical Lift Sea Bridge को राष्ट्र को समर्पित किया है, जो भारत और रामेश्वरम द्वीप को आपस में जोड़ता है। यह आधुनिक पुल रेलवे कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा और यात्री आवागमन को और भी सुविधाजनक बनाएगा। पंबन सी ब्रिज समुद्र के ऊपर 2,070 मीटर लंबे रेलवे ट्रैक पर बनाया गया है, जिसमें से 72.5 मीटर का हिस्सा वर्टिकल लिफ्ट स्पैन के रूप में तैयार किया गया है। इस हिस्से को 17 मीटर ऊपर तक उठाया जा सकता है, जिससे समुद्र में चलने वाले बड़े जहाज आसानी से पार कर सकें। रामेश्वरम द्वीप पर स्थित श्री रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के कारण यहां भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। उनकी सुविधा और रेलवे संचालन को ध्यान में रखते हुए यह पुल 550 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। पीएम मोदी ने इस भव्य और तकनीकी रूप से उन्नत पुल का आज विधिवत उद्घाटन किया।
कैसे बना है यह आधुनिक पुल? जानें पंबन सी ब्रिज की खास बातें
Pamban Sea Bridge समुद्र के बीचों-बीच बनाया गया है और इसे हर मौसम की चुनौती को झेलने में सक्षम रखने के लिए स्टेनलेस स्टील से तैयार किया गया है। ब्रिज की सतह पर विशेष एंटी-करोसिव पेंट किया गया है, जिससे यह जंग लगने से बचा रहता है। इसकी मजबूती को और बढ़ाने के लिए इसके सभी हिस्सों को वेल्डिंग तकनीक से जोड़ा गया है, जिससे इसकी संरचना और अधिक टिकाऊ बनती है।
उद्घाटन समारोह में मौजूद रहे कई प्रमुख चेहरे
पंबन ब्रिज के उद्घाटन के मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि, राज्य के वित्त मंत्री थंगम थेनारासु, केंद्रीय राज्य मंत्री एल. मुरुगन, और कई अन्य विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी का श्रीलंका से वापसी पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं जैसे के. अन्नामलाई, एच. राजा, वनथी श्रीनिवासन और अन्य लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।