देश की राजधानी दिल्ली में दिवाली (Diwali 2021) पर सरकार की तरफ से लगाए गए आतिशबाजी पर प्रतिबंध की अवहेलना की गई और गुरुवार को दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में जमकर आतिशबाजी हुई। इस वजह से दिल्ली-एनसीआर के अधिकतर इलाकों में वायु गुणवत्ता (Delhi Air Quality) ‘खतरनाक’ श्रेणी में दर्ज की गई है। शुक्रवार सुबह दिल्ली के पूसा, मंदिर मार्ग, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, आनंद विहार, ओखला समेत तमाम इलाकों में AQI 999 दर्ज किया गया, जो कि उच्चतम है, क्योंकि इसके बाद इसको मापने का कोई तरीका नहीं है। यही नहीं, दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम समेत अन्य इलाकों में भी हवा जहरीली हो गई है। यही नहीं, दिल्ली के 27 निगरानी केंद्रों पर भी वायु गुणवत्ता ‘खतरनाक’ श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली और इसके आसपास के कई क्षेत्रों के लोगों ने गले में खराश और आंखों से पानी आने की शिकायतें की हैं। बता दें कि शुक्रवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण अपने चरम पर है और शनिवार को भी इसके ‘खतरनाक’ श्रेणी में बने रहने की संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी में एक जनवरी 2022 तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद दक्षिण दिल्ली के लाजपत नगर, उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी, पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार और पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में शाम 7 बजे से पटाखे जलाए जाने के मामले सामने आए।
वहीं, गुरुग्राम और फरीदाबाद में उच्च-तीव्रता के पटाखे जलाये गए। हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली से सटे क्षेत्रों समेत 14 जिलों में पटाखे की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया था।
नोएडा के सेक्टर, 1,62, 116 और 125 समेत तमाम इलाकों में AQI 999 दर्ज किया गया। वहीं, ग्रेटर नोएडा में भी नॉलेज पार्क 1 में AQI 999 रहा। इसके अलावा गाजियाबाद के संजय नगर में यह अपने सर्वोच्च स्तर पर रहा। जबकि फरीदाबाद में भी सेक्टर 30 समेत कई जगह AQI 999 नंबर के साथ रेड जोन में दिखा, तो गुरुग्राम भी वायु गुणवत्ता ‘खतरनाक’ श्रेणी में दर्ज की गई और यहां भी AQI 999 रहा।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के पूर्वानुमान के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली के प्रदूषण स्तर में पराली जलाने का योगदान बढ़कर 35% और शनिवार को 40% तक पहुंच सकता है। इस वजह से हवा जहरीली बनी रहेगी। सफर के मुताबिक, सात नवंबर की शाम तक ही कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि एक्यूआई ”बेहद खराब” की श्रेणी में रहने की आशंका है।
बता दें कि शून्य और 50 के बीच AQI को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब', तथा 401 और 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है।