अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले में ऑनर किलिंग का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने समाज में विवाह की स्वतंत्रता और पारिवारिक प्रतिष्ठा के बीच टकराव को फिर उजागर कर दिया है। नागौर जिले के रातंगा गांव निवासी 28 वर्षीय सहदेवराम भाकर की हत्या केवल इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने सामाजिक मर्यादाओं की परवाह किए बिना प्रेम विवाह किया था। हत्या को लेकर पुलिस ने कई टीमों को सक्रिय कर दिया है और आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है।
तीन परिवारों की नाराजगी बनी मौत की वजह
जानकारी के अनुसार, सहदेवराम और जिस युवती से उसने प्रेम विवाह किया, दोनों पहले से शादीशुदा थे। ऐसे में सिर्फ लड़की का ही नहीं बल्कि सहदेव के परिवार, लड़की के ससुराल पक्ष और उसके मायके—इन तीनों ओर से गहरी नाराजगी थी। इसी नाराजगी ने एक निर्मम हत्या का रूप ले लिया। यह प्रेम विवाह नवंबर 2024 में कोर्ट में हुआ था, जिसके बाद से सहदेव को जान का खतरा था और उसने पुलिस सुरक्षा की मांग भी की थी।
परीक्षा देने गया था अजमेर, फिर हुआ लापता
12 जून को सहदेव अजमेर में नर्सिंग भर्ती परीक्षा देने गया था। उसके साथ उसका मित्र हरेंद्र भी था। हरेंद्र के अनुसार 13 जून को वे दोनों बस स्टैंड पर घर लौटने के लिए पहुंचे, तभी सहदेव का साढ़ू और बड़ी साली वहां आ गए। सहदेव को जैसे किसी अनहोनी का अंदेशा हुआ और उसने हरेंद्र को वहां से चले जाने को कहा। इसके बाद सहदेव लापता हो गया और शनिवार शाम को उसका शव नागौर के जायल क्षेत्र में एक खेत में मिला।
मृतक के पिता ने लगाया अपहरण का आरोप
सहदेव के पिता रामदेव ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि उनके बेटे का अपहरण कर लिया गया है। उन्होंने बेटी के ससुराल पक्ष के कुछ सदस्यों पर शक जताया, जिनमें चाचा ससुर, साढ़ू, साली और ससुर शामिल हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज किया और शाम को शव मिलने के बाद मामला हत्या में बदल गया।
शव पर चोट के निशान, कई जगह खून
अजमेर सिविल लाइंस थाना प्रभारी शंभूसिंह ने बताया कि शव पर कई जगह चोट के निशान मिले हैं, जिससे स्पष्ट है कि उसकी हत्या बेरहमी से की गई है। साथ ही उसके शरीर पर खून के धब्बे भी पाए गए। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।
पहली पत्नी ने दर्ज कराया था दहेज प्रताड़ना का केस
मामले को और जटिल बनाता है यह तथ्य कि सहदेव की पहली पत्नी ने उसके खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज करा रखा था। इससे यह स्पष्ट है कि उसके पारिवारिक संबंध पहले से ही तनावपूर्ण थे और नए विवाह ने परिस्थितियों को और बिगाड़ दिया।
जांच में जुटी पुलिस, कई ठिकानों पर दबिश
पुलिस ने हत्या के इस संवेदनशील मामले में कई टीमें बनाई हैं जो नागौर, कुचेरा, बड़ी खाटू सहित संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि हत्या में किसका क्या रोल था। पुलिस का मानना है कि इस मामले में ऑनर किलिंग की आशंका प्रबल है।
यह मामला सिर्फ एक प्रेम विवाह से जुड़े दो लोगों की कहानी नहीं है, बल्कि यह समाज की उस मानसिकता का प्रतिबिंब है जहां पारिवारिक 'इज़्ज़त' के नाम पर हत्या को जायज़ समझा जाता है। सहदेवराम भाकर की निर्मम हत्या ने फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में विवाह की स्वतंत्रता आज भी एक अपराध मानी जाती है? पुलिस को चाहिए कि वह दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलवाए, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।