एलॉन मस्क अपने दिमाग में लगवाएंगे Neuralink द्वारा तैयार ब्रेन चिप!
By: Priyanka Maheshwari Fri, 02 Dec 2022 10:38:26
SpaceX, Tesla और Twitter जैसी कंपनियों के मालिक एलॉन मस्क अपने दिमाग में चिप लगवाना चाहते है। ये चिप उनकी कंपनी Neuralink ने बनाई है। Neuralink बेहद जटिल टेक्नोलॉजी पर काम करती है। इस कंपनी ने इस चिप को बनाया है जिसको दिमाग में लगाया जा सकेगा इससे इंसानों कीडिसेबिलिटी को दूर करने में मदद मिलेगी। ये एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पावर्ड माइक्रो चिप है, जो दिमाग की एक्टिविटी को रिकॉर्ड और रीड कर सकतीहै। इसकी मदद से लोगों की डिसेबिलिटी को दूर करने में मदद मिलेगी। खास बात ये है कि मस्क खुद इस चिप को अपने दिमाग में लगवाना चाहते हैं। वैसे तो इस पर मस्क ने साफ-साफ कुछ नहीं कहा है, लेकिन अपना इंटरेस्ट जरूर दिखाया है। Ashlee Vance के एक ट्वीट के रिप्लाई में उन्होंने ये जानकारी दी है। यानी मस्क ने अपने दिमाग में ऐसे एक चिप को इम्प्लांट कराने की बात कही है। यूजर ने ट्विटर पर लिखा, 'एलॉन ने एक ब्रेन इम्प्लांट का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि वह डेमो के दौरान एक चिप अपने दिमाग में लगवाएंगे। चूंकि अभी इसके रिजल्ट सामने नहीं आए हैं, इसलिए अभी उन्होंने चिप इम्प्लांट नहीं कराया है।' इसके जवाब में मस्क ने हां लिखा है।
Neuralink से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक बंदर अपने दिमाग की मदद से टाइपिंग करता है। मस्क की कंपनी लंबे वक्त से इस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है।इस चिप की मदद से एक पैरालाइज शख्स अपने दिमाग का इस्तेमाल कर स्मार्टफोन यूज कर सकेगा। यूजर्स दिमाग की मदद से हाथ से ज्यादा तेज फोन यूज कर सकेंगे। मस्क ने इस बारे में साल 2016 में बात भी की थी।
Neuralink काफी समय से इस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही थी। पहले भी इससे जुड़ी कुछ डिटेल्स सामने आई थी। Neuralink ने पहले दिखाया था कि कैसे एक बंदर अपने हाथों का इस्तेमाल किए बिना ही पिंगपॉन्ग गेम खेल रहा है।कंपनी की मानें तो ये टेक्नोलॉजी पैरालाइज, नेत्रहीन, मेमोरी लॉस और न्यूरो संबंधित समस्याओं में लोगों की मदद करेगी।
क्या कर सकती है ये Neuralink चिप?
कंपनी की मानें तो ये चिप आपके दिमाग में आने वाले विचार को पढ़ सकती है। यहां तक की जिसके दिमाग में ये चिप लगी होगी, वो शख्स बिना कुछ बोले मशीनों से बातचीत भी कर सकेगा। फिलहाल इसकी मदद से यूजर्स स्मार्टफोन और कम्प्यूटर जैसे बेसिक डिवाइसेस को कंट्रोल कर सकते हैं।
इसके बारे में बताते हुए मस्क ने कहा, 'हम इसे लेकर बेहद सावधान रहना चाहते हैं और ये भी कि किसी इंसान के दिमाग में लगाए जाने से पहले ये ठीक तरह से काम करे।' मस्क ने बताया कि अगले 6 महीने में संभवतः हम किसी इंसान के दिमाग में Neuralink इंस्टॉल कर सकेंगे।