पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा मिसाइल हमले किए जाने के बाद कराची स्टॉक एक्सचेंज में हाहाकार मच गया है। ऑपरेशन सिंदूर की खबर से पाकिस्तान के निवेशकों में दहशत का माहौल फैल गया है। इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान का शेयर बाजार बुरी तरह से क्रैश हो गया है। पाकिस्तान में दोपहर 1 बजे के आस-पास कराची स्टॉक मार्केट में 6% से ज्यादा की गिरावट आई है, जिसके चलते वहां ट्रेडिंग रोक दी गई है।
लग गया लोअर सर्किट
8 मई को पाकिस्तान के शेयर बाजार में भारी गिरावट के चलते लोअर सर्किट लग गया। यह 110,009.03 के बंद भाव के मुकाबले 110,989.7 पर खुला। इसके बाद KSE 100 Index 103,060.30 के स्तर पर लोअर सर्किट लग गया, जिससे 6.32 फीसदी की गिरावट आई। ब्लूमबर्ग के डेटा के मुताबिक, 22 अप्रैल 2025 से लेकर 8 मई 2025 तक KSE 100 इंडेक्स में 13 फीसदी और KSE 30 इंडेक्स में 14.3 फीसदी की गिरावट आई है।
लोअर सर्किट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली
कराची स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग के दौरान लोअर सर्किट लगाना पड़ा, जिसका मतलब यह है कि गिरावट की सीमा पार हो गई। विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार में लिक्विडिटी संकट उत्पन्न हो गया है। बैंकिंग, रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर के शेयर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
आने वाले दिनों में और गिरावट की आशंका
पाक कुवैत इन्वेस्टमेंट कंपनी के रिसर्च हेड, Samiullah Tariq ने Dawn को बताया कि यह गिरावट फिलहाल तनाव का परिणाम है, लेकिन यदि हालात नहीं सुधरते तो बाजार में और गिरावट आ सकती है। शाहबाज अशरफ, CIO, Firm Ventures ने Dawn को बताया कि लंबे समय में बाजार सुधर सकता है, लेकिन फिलहाल अनिश्चितता बढ़ चुकी है।
गिरावट का मुख्य कारण
भारत द्वारा 7 मई की रात पीओके में की गई सैन्य कार्रवाई (‘ऑपरेशन सिंदूर’) और पाकिस्तान द्वारा चीन निर्मित J-10C जेट से भारतीय विमानों को निशाना बनाने का दावा। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि पर असर और निवेशकों में बढ़ी अनिश्चितता भी इस गिरावट के कारण बने हैं। इसके अतिरिक्त, 8 मई को लाहौर, कराची, रावलपिंडी समेत 12 जगहों पर हुए ड्रोन धमाकों ने पाकिस्तान को दहला दिया, जिससे शेयर बाजार में और भी बड़ी गिरावट आई है।