बीकानेर। भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते सैन्य तनाव के बीच बीकानेर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र बड़ा फैसला लिया है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित विवेकानंद और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों, बीकानेर शहर के मूकबधिर विद्यालय, और प्रदेश के एकमात्र आवासीय सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के हॉस्टलों को पूरी तरह खाली करा दिया गया है। हॉस्टलों में रह रहे सभी विद्यार्थियों को उनके अभिभावकों को सूचित कर घर भेज दिया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी रामगोपाल शर्मा ने जानकारी दी कि जिले की सभी कोचिंग संस्थानों को तत्काल प्रभाव से बंद करने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही सभी सरकारी और निजी विद्यालय भी अगले आदेश तक बंद रहेंगे। यह निर्णय प्रशासन की ओर से जारी एहतियाती दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए लिया गया है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
अभिभावकों को बुलाकर छात्रों को सुरक्षित घर भेजा गया
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि प्रशासन के निर्देशों के तहत सभी आवासीय संस्थानों को छात्रों के परिजनों को सूचित कर हॉस्टल खाली कराने के आदेश दिए गए थे। उन्होंने कहा, "स्थिति सामान्य होने तक विद्यार्थियों को स्कूल या हॉस्टल में नहीं बुलाया जाएगा।"
सिविल डिफेंस के लिए शिक्षक तैयार होंगे
वहीं, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने एक पत्र जारी करते हुए शिक्षा विभाग को भी सिविल डिफेंस गतिविधियों में सहयोग देने के लिए सतर्क रहने को कहा है। निर्देशों में शारीरिक शिक्षकों और अन्य योग्य शिक्षकों को सिविल डिफेंस के लिए विशेष प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आपातकालीन स्थिति में प्रशासन को पूर्ण सहयोग मिल सके।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने स्पष्ट किया है कि युद्ध जैसी स्थिति में विभागीय कर्मियों को प्रशिक्षण देकर राहत और बचाव कार्यों में लगाया जा सकता है। इसके लिए जिलों के अधिकारियों को पहले से तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रमुख बिंदु:
• बीकानेर जिले के सभी हॉस्टल खाली कराए गए, छात्र घर भेजे गए
• जिले के सभी स्कूल और कोचिंग संस्थान बंद
• शिक्षा विभाग को सिविल डिफेंस के लिए सतर्क रहने के आदेश
• शिक्षकों को आपात प्रशिक्षण देने की योजना
नोट: यह कदम भारत-पाक सीमा पर वर्तमान स्थिति के मद्देनज़र पूरी तरह सावधानी और सुरक्षा की दृष्टि से उठाया गया है। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर विश्वास करें।