अमरनाथ यात्रा 2024: जम्मू में तीर्थयात्रियों का ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण शुरू, शुक्रवार को रवाना होगा पहला जत्था
By: Rajesh Bhagtani Thu, 27 June 2024 6:14:11
जम्मू। प्रशासन ने आज 27 जून को दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ गुफा मंदिर की तीर्थयात्रा के लिए जम्मू पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए मौके पर पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच करीब 1600 तीर्थयात्री कश्मीर की अपनी आगे की यात्रा के लिए भगवती नगर बेस कैंप पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि बेस कैंप पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
महिलाओं सहित 800 से अधिक साधु पारंपरिक राम मंदिर और गीता भवन में पहुंच चुके हैं और दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर में अपनी पूजा करने के लिए उत्साहित हैं, जहां प्राकृतिक रूप से बर्फ से बने शिवलिंग स्थित हैं।
52 दिवसीय तीर्थयात्रा शनिवार (29 जून) को दो मार्गों - अनंतनाग में पारंपरिक 48 किलोमीटर नुनवान-पहलगाम मार्ग और गंदेरबल में 14 किलोमीटर छोटा लेकिन खड़ी बालटाल मार्ग से शुरू होगी। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था शुक्रवार (28 जून) को जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप और राम मंदिर से घाटी के लिए रवाना होगा।
अपंजीकृत तीर्थयात्रियों के लिए मौके पर ही पंजीकरण केंद्र स्थापित किया गया
अधिकारियों ने बताया कि शहर के शालीमार इलाके में अपंजीकृत तीर्थयात्रियों के लिए मौके पर ही पंजीकरण केंद्र स्थापित किया गया है, जबकि पुरानी मंडी स्थित राम मंदिर परिसर में साधुओं के पंजीकरण के लिए विशेष शिविर स्थापित किया गया है।
महाजन हॉल पंजीकरण केंद्र की प्रभारी एवं उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) सीमा परिहार ने मीडिया को बताया, "देश के विभिन्न भागों से आने वाले अपंजीकृत तीर्थयात्रियों के लिए आज से मौके पर पंजीकरण शुरू कर दिया गया है।"
उन्होंने कहा कि जम्मू में पंजीकरण केंद्रों के लिए कोटा तय कर दिया गया है और अब तक उनके केंद्र ने दिन के लिए कुल 600 कोटे में से 358 अपंजीकृत तीर्थयात्रियों को यात्रा के लिए पंजीकृत किया है। सुचारू पंजीकरण के लिए सभी सुविधाएं जुटाई गई हैं और 'बम बम भोले और जय जय बाबा बर्फानी' के नारों के बीच साधु और साध्वियां यात्रा शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
एक अन्य अधिकारी ने बताया, "आज जम्मू में साधुओं का पंजीकरण शुरू हो गया है। साधुओं के लिए सर्वोत्तम संभव सुविधाओं के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं।"
कल कश्मीर की यात्रा के लिए 170 साधुओं और साध्वियों का पंजीकरण किया गया है। तीर्थयात्रा के लिए जम्मू पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों और साधुओं में उत्साह साफ देखा जा सकता है।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के 52 वर्षीय निरोतुम कुमार ने गुफा मंदिर की अपनी सातवीं तीर्थयात्रा पर कहा, "हर साल मैं पहले जत्थे में तीर्थयात्रियों को मंदिर बचाने के लिए ले जाता हूं। पहले जत्थे में यात्रा करना मेरी प्रतिज्ञा है"। उन्होंने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया था और टोकन भी प्राप्त किया था। उन्होंने कहा, "भोलेनाथ के धाम की यात्रा के लिए टोकन पाकर मैं बहुत खुश हूं। मैं बहुत खुश हूं।"
अजमेर की सुनीता देवी, जो चौथी बार अमरनाथ की तीर्थयात्रा पर हैं, ने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया मैनुअल से ऑनलाइन हो गई है। उन्होंने कहा, "हर साल यात्रा व्यवस्था में सुधार हो रहा है। इससे गर्मी में लंबी कतारों में लगने की समस्या खत्म हो गई है।"
उत्तराखंड में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिरों की चार धाम यात्रा पूरी करने के बाद यहां पहुंचे कुछ साधुओं ने कहा कि यह चरणबद्ध तरीके से की जाने वाली यात्रा का एक वार्षिक कार्यक्रम है और अमरनाथ में भगवान शिव के हिमलिंग के दर्शन के बाद इसका समापन होता है।
इस मंदिर में प्राकृतिक रूप से निर्मित बर्फ से बना शिवलिंग है और पिछले वर्ष 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने 3,880 मीटर ऊंचे इस मंदिर में दर्शन किए थे।