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Prague में है दुनिया का सबसे बड़ा किला, 70,000 वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्र में फैला

प्राग किला, चेक गणराज्य की राजधानी प्राग का प्रमुख आकर्षण है, जो अपने ऐतिहासिक महत्व, सुंदर आर्किटेक्चर और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यह किला 9वीं शताब्दी से अस्तित्व में है और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, यह दुनिया का सबसे बड़ा किला है। प्राग किला न केवल चेक गणराज्य का राजनीतिक केंद्र है, बल्कि इसका स्थापत्य शिल्प और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धरोहर भी इसे एक अद्भुत पर्यटन स्थल बनाती है।

| Updated on: Sat, 12 Apr 2025 3:58:29

Prague में है दुनिया का सबसे बड़ा किला, 70,000 वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्र में फैला

चेक गणराज्य (Czech Republic) की राजधानी प्राग, जो अपने सुंदर आर्किटेक्चर, समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विरासत के लिए दुनियाभर में मशहूर है, एक अद्भुत पर्यटन स्थल है। यहां स्थित प्राग किला (Prague Castle) न केवल यूरोप (Historical places in Europe), बल्कि पूरी दुनिया के सबसे बड़े और प्राचीन किलों में से एक है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, यह किला 70,000 वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है और इसका इतिहास 9वीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है। आइए जानते हैं इस किले से जुड़ी कुछ और रोचक बातें।

एक ऐतिहासिक धरोहर


प्राग किले की स्थापना लगभग 870 ईस्वी में हुई थी और यह सदियों तक बोहेमिया के राजाओं, रोमन सम्राटों और हैब्सबर्ग शासकों का केंद्र रहा। किले का स्थापत्य शिल्प न केवल शानदार है, बल्कि इसकी दीवारों और महलों में सैकड़ों सालों के इतिहास की गूंज सुनाई देती है। इस किले को बनाने में विभिन्न स्थापत्य शैलियों का मिश्रण किया गया है, जैसे कि रोमनस्क, गॉथिक और पुनर्जागरण (Renaissance) शैली, जो इसे एक अद्वितीय और आकर्षक संरचना बनाते हैं।

आज भी यह चेक राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास है, जो इसे दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक और सांस्कृतिक स्थलों में से एक बनाता है। किले में स्थित सेंट विटस कैथेड्रल, प्राग किले का एक प्रमुख आकर्षण है, जो अपनी विशालता और खूबसूरत खिड़कियों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा, किले के भीतर प्राग महल, पुराने शाही महल, और जोसेफ की गली जैसी कई प्रमुख साइट्स हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।

प्राग किला न केवल एक ऐतिहासिक स्थल है, बल्कि यहां कला, संस्कृति और संगीत का भी गहरा संबंध है। किले में समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगीत कंसर्ट और कला प्रदर्शन आयोजित होते रहते हैं। यहां की दीवारों और भवनों में छिपी कला और शिल्प का अनुभव पर्यटकों को एक अद्वितीय सांस्कृतिक यात्रा पर ले जाता है। इस किले का ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक धरोहर इसे प्राग और चेक गणराज्य के लिए एक गर्व की बात बनाती है।

प्राग किला एक अद्भुत उदाहरण है कि कैसे पुरानी ऐतिहासिक संरचनाओं को आधुनिकता के साथ समायोजित किया जा सकता है। किले का परिसर न केवल ऐतिहासिक स्थलों से भरा है, बल्कि यहां के संग्रहालय, आर्ट गैलरी और आधुनिक सुविधाओं ने इसे एक आकर्षक पर्यटन स्थल बना दिया है। किले में प्रवेश करने पर पर्यटक पुराने और नए का अद्भुत संगम देख सकते हैं, जो इस स्थल की अपूर्वता को और बढ़ाता है।

प्राग किला सिर्फ एक ऐतिहासिक स्थल नहीं, बल्कि यह धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। यहां स्थित सेंट विटस कैथेड्रल को चेक गणराज्य के पैट्रोन संत सेंट विटस को समर्पित किया गया है। यह कैथेड्रल प्राग की सबसे ऊंची इमारत है और इसके भीतर मौजूद विख्यात चर्च और धर्मस्थल धार्मिक यात्रियों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।

प्राग किला न केवल शाही महलों और किले की सीमाओं से संबंधित है, बल्कि यह एक संदेशवाहक की तरह है, जो चेक गणराज्य के समृद्ध इतिहास और गौरव को प्रकट करता है। किला एक सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, जो प्राचीन समय से लेकर आज तक लगातार चेक लोगों की पहचान और गौरव को दर्शाता है।

किले की प्रमुख विशेषताएं (Prague Castle tourism)

सेंट विटस कैथेड्रल (St. Vitus Cathedral)

यह गॉथिक शैली में बना एक भव्य चर्च है, जो प्राग किले के अंदर स्थित है। सेंट विटस कैथेड्रल का निर्माण 1344 में शुरू हुआ था, और इसे पूरा होने में लगभग 600 साल लग गए। यह कैथेड्रल न केवल चेक गणराज्य का धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर है, बल्कि यह यूरोप की गॉथिक वास्तुकला का एक अद्वितीय उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।

यहां चेक गणराज्य के राजाओं और रानियों का राज्याभिषेक हुआ करता था, और इसे चेक चर्च का प्रमुख स्थल माना जाता है। कैथेड्रल की भव्यता और शांति वातावरण किसी को भी मंत्रमुग्ध कर देती है। इसकी खिड़कियों पर बने शीशे के रंगीन चित्र (स्टेन ग्लास) विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं, जो बाइबिल की कथाओं को जीवंत रूप में प्रस्तुत करते हैं। इन चित्रों की चमक और रंगों का खेल कैथेड्रल के अंदर एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है।

कैथेड्रल की ऊंची मीनारें और वास्तुकला की बारीकियां इसे प्राग के आकाश में एक प्रमुख स्थल बना देती हैं। सेंट विटस कैथेड्रल की मीनारें प्राग के शहर से दूर से ही दिखाई देती हैं, जो इसे एक ऐतिहासिक प्रतीक बना देती हैं। यहां की दीवारों और छत पर बने भव्य उकेरे गए चित्र और चित्रित विवरण इसे एक उत्कृष्ट कला कृति बनाते हैं।

कैथेड्रल के अंदर शाही क्रिप्ट भी स्थित है, जहां चेक गणराज्य के राजघरानों के कई महत्वपूर्ण सदस्य दफनाए गए हैं। इसमें विशेष रूप से सेंट विटस की प्रतिमा और चर्च की सजावट पर्यटकों को आकर्षित करती है। इसके अलावा, कैथेड्रल का मुख्य वेदी, जिसमें यीशु मसीह की छवि और संतों की मूर्तियां स्थित हैं, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।

सेंट विटस कैथेड्रल का आंतरिक वातावरण शांतिपूर्ण और प्रेरणादायक है, और यह स्थान प्राग के इतिहास और धर्म की गहरी जड़ को दर्शाता है। इसके अद्भुत डिज़ाइन और भव्यता से इस स्थल को न केवल धार्मिक महत्व प्राप्त है, बल्कि यह कला और स्थापत्य के प्रशंसा का केंद्र भी बन गया है।

ओल्ड रॉयल पैलेस (Old Royal Palace)

ओल्ड रॉयल पैलेस प्राग किले का सबसे पुराना हिस्सा है और यह प्राचीन बोहेमिया के शासकों का निवास स्थान हुआ करता था। इस महल का इतिहास 9वीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है और यह एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल के रूप में जाना जाता है। महल के अंदर कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरें संरक्षित हैं, जो चेक गणराज्य के गौरवमयी इतिहास को दर्शाती हैं।

इस महल का सबसे प्रसिद्ध भाग व्लादिस्लाव हॉल (Vladislav Hall) है, जो अपनी विशाल छत और अद्भुत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यह हॉल न केवल एक ऐतिहासिक स्थल है, बल्कि यहां विभिन्न महत्वपूर्ण घटनाओं और समारोहों का आयोजन किया जाता था। व्लादिस्लाव हॉल का निर्माण 15वीं शताब्दी में हुआ था और इसका आकार और डिजाइन इसे प्राग किले के अन्य हिस्सों से अलग और प्रमुख बनाता है। इस हॉल की छत, जो गॉथिक शैली में बनाई गई थी, इसे बेहद भव्य बनाती है।

व्लादिस्लाव हॉल में बोहेमिया के शासकों के दरबार, सैन्य परेड और महत्वपूर्ण राजनैतिक आयोजन होते थे। यह हॉल खासतौर पर अपनी उच्च छत और विशाल स्तंभों के लिए प्रसिद्ध है, जो उसे एक भव्य और ऐतिहासिक स्थल बनाते हैं। हॉल के अंदर जटिल रूप से डिजाइन की गई खिड़कियाँ और दीवारों पर उकेरे गए चित्रों की सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।

ओल्ड रॉयल पैलेस में स्थित अन्य प्रमुख स्थल भी महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि लॉयल चैपल और राजमहल का आंगन, जो इस महल की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता को दर्शाते हैं। महल के आंतरिक कक्ष और गलियारे प्राचीन शैली में बने हुए हैं, जो आज भी पुराने समय की भव्यता और संस्कृति की गवाही देते हैं।

गोल्डन लेन (Golden Lane)

गोल्डन लेन प्राग किले का एक आकर्षक और ऐतिहासिक हिस्सा है, जो अपनी रंग-बिरंगी और संकरी गलियों के लिए प्रसिद्ध है। यह गली पहले शाही सुनारों और सैनिकों का आवास स्थल हुआ करती थी, और यह आज भी अपनी ऐतिहासिक धरोहरों के कारण पर्यटकों को आकर्षित करती है। गोल्डन लेन के पास स्थित छोटे-छोटे घर, जिनकी इमारतें बेहद आकर्षक और विशिष्ट हैं, यह दर्शाते हैं कि यहां रहने वाले लोग कैसे अपनी जिंदगी बिताते थे।

यहां एक समय पर मशहूर लेखक फ्रांज काफ्का ने भी कुछ समय बिताया था, और उनकी उपस्थिति ने इस स्थान को और भी ऐतिहासिक महत्व दे दिया। काफ्का की जीवन यात्रा और उनके साहित्यिक कार्यों का प्रभाव गोल्डन लेन पर आज भी महसूस किया जा सकता है, जहां उनकी आत्मकथा और उपन्यासों से जुड़ी कई रुचिकर जानकारी मिलती है।

आज के समय में गोल्डन लेन में छोटी-छोटी दुकानें और म्युजियम स्थित हैं, जो यहां आने वाले पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। यहां आपको ऐतिहासिक वस्त्र, शिल्प, आर्टिफैक्ट्स, और विशेष प्रकार के स्थानीय कला के नमूने देखने को मिलते हैं, जो इस जगह की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखते हैं।

गोल्डन लेन के रास्ते में चलते हुए आप पुराने किले के वातावरण और आकर्षक इमारतों का अनुभव कर सकते हैं, जो आपको प्राग के इतिहास से जुड़ी एक अनोखी झलक प्रदान करते हैं। इस स्थल की छटा और ऐतिहासिक महत्व के कारण यह स्थान प्राग किले के अन्य प्रमुख स्थलों के बीच एक आकर्षक गंतव्य बन चुका है।

सेंट जॉर्ज बेसिलिका (St. George's Basilica)

सेंट जॉर्ज बेसिलिका, प्राग किले का एक और ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जो चेक गणराज्य के सबसे पुराने चर्चों में से एक है। इसका निर्माण 10वीं शताब्दी में किया गया था, और यह प्राग की समृद्ध धार्मिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस चर्च की वास्तुकला रोमनस्क्यू शैली में बनी हुई है, जो इसके स्थायित्व और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती है।

सेंट जॉर्ज बेसिलिका की वास्तुकला अपनी सरलता और भव्यता के कारण पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। इसकी दीवारों पर बनाई गई अद्भुत चित्रकारी और मूर्तियां दर्शाती हैं कि उस समय के शिल्पकला और धार्मिक विचारों को कितनी बारीकी से चित्रित किया गया था। यहां का वातावरण शांति और समर्पण से भरा हुआ है, जो हर आगंतुक को एक गहरी आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।

यह चर्च न केवल धार्मिक अनुष्ठानों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके अंदर स्थित कुछ अद्वितीय कला कृतियां और ऐतिहासिक वस्तुएं भी दर्शकों को आकर्षित करती हैं। सेंट जॉर्ज बेसिलिका में आयोजित होने वाली धार्मिक सेवाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेना, इस स्थल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को महसूस करने का एक अद्भुत अवसर प्रदान करता है।

चाहे आप इतिहास प्रेमी हों या धार्मिकता में रुचि रखने वाले, सेंट जॉर्ज बेसिलिका एक ऐसा स्थल है जिसे प्राग के यात्रा के दौरान देखना न भूलें। यहां की शांतिपूर्ण और ऐतिहासिक आभा इस स्थान को प्राग के अन्य चर्चों से अलग बनाती है।

यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल


प्राग किला, अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के कारण न केवल चेक गणराज्य बल्कि पूरी दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थल के रूप में माना जाता है। इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह किला न केवल अपने स्थापत्य और कला के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह चेक गणराज्य के समृद्ध इतिहास और संस्कृति का प्रतीक भी है।

प्राग किले का ऐतिहासिक महत्व, इसकी भव्यता और किले के विभिन्न हिस्सों में स्थित मंदिरों, महलों और चर्चों की वास्तुकला इसे एक अद्वितीय स्थल बनाती है। यहां की सांस्कृतिक धरोहर, जैसे सेंट विटस कैथेड्रल, ओल्ड रॉयल पैलेस, और गोल्डन लेन, प्रत्येक के पास एक खास ऐतिहासिक कहानी है जो इसे और भी आकर्षक बनाती है।

हर साल, प्राग किले का दौरा करने के लिए लगभग 30 लाख से अधिक पर्यटक यहां आते हैं। यह स्थल न केवल इतिहास प्रेमियों और सांस्कृतिक अनुसंधानकर्ताओं के लिए, बल्कि उन लोगों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है जो अपनी यात्रा में प्राचीनता और आधुनिकता के बीच के अद्भुत संतुलन को महसूस करना चाहते हैं।

प्राग किला का यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में दर्ज होना, इसके ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए इस अद्वितीय धरोहर को बनाए रखने का काम करेगा।

यात्रा की जानकारी

प्रवेश शुल्क: लगभग 1600 रुपये प्रति व्यक्ति
खुलने का समय: सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक

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