ग्रामीण भारत में तबाही मचाएगा कोरोना, देरी से दिखेगी असल तस्वीर

By: Pinki Mon, 17 Aug 2020 11:55:15

ग्रामीण भारत में तबाही मचाएगा कोरोना, देरी से दिखेगी असल तस्वीर

देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 26 लाख 47 हजार 664 हो गया है। 24 घंटे के अंदर 57 हजार 982 नए मरीज बढ़े। रविवार को 941 मरीजों की मौत हुई। अब तक 50 हजार 921 लोग संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत में बढ़ते कोरोना के बीच अब आशंका जताई जा रही है कि ग्रामीण इलाकों में कोरोना वायरस खतरनाक रूप ले सकता है। भारत के ग्रामीण इलाक़ों में साठ करोड़ से अधिक लोग रहते हैं और अब ये डर बढ़ रहा है कि बहुत से लोग बिना टेस्ट और इलाज के ही इस वायरस का शिकार न बन जाएं। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 के डेटा के मुताबिक़ देश की ग्रामीण आबादी के 25% लोगों की पहुंच ही सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं तक है। भारत के बुज़ुर्गों की 70% आबादी गाँवों में रहती है और इन्हें लेकर भी चिंताएं बढ़ रही हैं।

theguardian.com में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के प्रमुख महामारी विशेषज्ञ जयप्रकाश मुलियील का मानना है कि भारत की करीब आधी आबादी कोरोना से संक्रमित होगी। भारत के National Institute of Epidemiology की साइंटिफिक एडवाइजरी कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश मुलियील ने कहा कि पहले से ही किसी और बीमारी से जूझ रहे ज्यादातर ग्रामीण अक्सर इलाज से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में कोराना संक्रमण उन पर भारी पड़ सकता है। वो कहते हैं, 'इस समूह और बुज़ुर्गों पर वायरस की चपेट में आने का ख़तरा ज़्यादा है। सीमित संसाधनों की वजह से परिवार बुज़ुर्गों को तुरंत अस्पताल नहीं लेकर जाएंगे। उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया जाएगा। ये ग्रामीण भारत की एक सच्चाई है जहां औसत आयु 65 वर्ष ही है।'

coronavirus,coronavirus india,india village coronavirus,covid 19,news ,कोरोना वायरस,भारत में कोरोना

मुलियल कहते हैं कि भारत के कई ज़िले 10 हज़ार वर्ग किलोमीटर से भी बड़े हैं। मौत अलग-अलग इलाक़ों में हो रही होंगी। ऐसे में इस मानवीय त्रासदी की पूरी तस्वीर कभी सामने आ ही नहीं पाएगी या सामने आएगी भी तो इसमें बहुत वक़्त लगेगा।

सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण भारत में जिस तरह महामारी फैलेगी वो शहरों के मुक़ाबले बिल्कुल अलग होगा। शहरों में भले ही ये बीमारी तेज़ी से फैल रही है लेकिन यहां डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के ख़िलाफ़ इससे लड़ने के लिए कुछ संसाधन तो है हीं। भारत में 80% डॉक्टर और 60% अस्पताल शहरी इलाक़ों में ही हैं।

बीस करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश और 10 करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्य बिहार में हालात मुश्किल हो सकते हैं। दोनों ही राज्यों की सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं बेहद लचर हैं। भारत के सबसे ग़रीब प्रांतों में से एक बिहार में 30% से अधिक लोग ग़रीबी रेखा से नीचे हैं। यहां 90% के क़रीब आबादी गाँवों में ही रहती है।

coronavirus,coronavirus india,india village coronavirus,covid 19,news ,कोरोना वायरस,भारत में कोरोना

2019 के नेशनल हेल्थ प्रोफ़ाइल डेटा के मुताबिक़ बिहार में हर 10,000 की आबादी पर सिर्फ़ एक बिस्तर और चार डॉक्टर ही उपलब्ध हैं। राज्य में जब वायरल बुख़ार या डेंगू फैलता है तब भी स्वास्थ्य सेवाओं की हालत ख़राब हो जाती है। उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक़ इस समय प्रदेश में कोविड संक्रमण के लिए 135 अस्पताल हैं। सरकार ने बड़े पैमाने पर टेस्ट कराने का लक्ष्य भी रखा है लेकिन अभी भी संक्रमण की पूरी तस्वीर सामने नहीं आई है।

स्वास्थ्य सुविधाएं दूर होने की वजह से बिना इलाज के ही रहने वाले लोग और बुजुर्गों को वायरस से खतरा है। ग्रामीण इलाकों में संसाधन कम होने की वजह से बीमार पड़ने पर भी परिवार बुजुर्गों को हॉस्पिटल नहीं ले जाएगा। उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया जाएगा। यह ग्रामीण भारत की हकीकत है जहां व्यक्ति की जीने की उम्र 65 साल मानी जाती है। मुलियील का कहना है कि चूंकि मौतें काफी बड़े क्षेत्रफल में फैली होंगी इसलिए त्रासदी की असल तस्वीर अगर दिखेगी भी तो काफी देरी से। वहीं, ग्रामीण इलाकों में काफी लोग खुद पर लांछन लगने के डर से भी लक्षण छिपाने की कोशिश करेंगे। रोज मजदूरी करने वालों को डर होगा कि लक्षण पता चलने पर उनका काम छूट सकता है।

ये भी पढ़े :

# देश में 3 करोड़ से ज्यादा हुए कोरोना टेस्ट, एक दिन में 58 हजार 108 मरीज मिले, पॉजिटिविटी रेट में गिरावट

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com