जयपुर: राजस्थान की राजनीति में बुधवार को उस समय अचानक सियासी पारा चढ़ गया जब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बड़ा दावा करते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेकर चौंकाने वाला बयान दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली और जयपुर में भाजपा के कुछ नेता मिलकर भजनलाल शर्मा को हटाने की साजिश रच रहे हैं। गहलोत ने कहा कि उन्होंने इस षड्यंत्र की जानकारी खुद कई बार मुख्यमंत्री को दी, लेकिन दुर्भाग्यवश भजनलाल शर्मा को इस गहराई से चल रही अंदरूनी राजनीति की भनक तक नहीं।
गहलोत बोले – ‘अपने ही काट रहे हैं भजनलाल की जड़’
गहलोत ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “मुख्यमंत्री ने हाल ही में डेढ़ साल बनाम कांग्रेस के 5 साल का जो बयान दिया, उसके लिए मैं धन्यवाद देता हूं। लेकिन जब हम जनता की समस्याओं को सामने लाते हैं, तो वो हमें विपक्षी राजनीति मानते हैं। सच्चाई यह है कि उनके खिलाफ गहरी साजिश रची जा रही है, वो भी उन्हीं की पार्टी के भीतर से, और वे इससे बेखबर हैं।”
बीजेपी का जोरदार पलटवार – ‘कांग्रेस बिखरी हुई है, नसीहत देने की स्थिति में नहीं’
गहलोत के इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा, “जब कांग्रेस खुद अंतर्कलह में फंसी हो, तो उसे दूसरों को नसीहत देने का कोई हक नहीं। खुद गहलोत के समय में उनके डिप्टी सीएम सचिन पायलट पूरी कांग्रेस को झकझोर चुके हैं। अब वही गहलोत बीजेपी को अनुशासन का पाठ पढ़ा रहे हैं, यह हास्यास्पद है।”
‘जिसकी छलनी में 56 छेद हो...’ – शुक्ला का तंज
प्रेम शुक्ला ने कटाक्ष करते हुए कहा, “जिसकी छलनी में 56 छेद हों, वो दूसरों को टांका लगाने की सलाह दे रहा है। गहलोत और पायलट आज भी एक-दूसरे का चेहरा देखना पसंद नहीं करते, ऐसे में पहले उन्हें अपना घर ठीक करना चाहिए। भाजपा में नेतृत्व स्पष्ट है और भजनलाल शर्मा का कार्यकाल पूरा हो, इसके लिए पार्टी पूरी तरह सक्षम है।”
कांग्रेस की चिंता या खुद की बेचैनी? भाजपा का जवाब
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार पर कोई राजनीतिक आरोप नहीं लगा रही, बल्कि केवल जन समस्याओं की ओर ध्यान खींच रही है। हालांकि भाजपा ने इसे कांग्रेस की ‘राजनीतिक बौखलाहट’ बताया और पूरी तरह से खारिज कर दिया।
‘दर्द झलक रहा है गहलोत का’ – तिवाड़ी का तंज
वहीं राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने भी गहलोत पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “गहलोत के बयान से साफ दिखता है कि वे अंदर से बेचैन हैं। जब वह खुद सीएम थे, तब भी उन पर षड्यंत्र हुए, फिर चाहे केंद्र से हों या राज्य से। शायद इसीलिए उन्हें लगता है कि भाजपा में भी वही सब चल रहा है जो कांग्रेस में चलता है।” तिवाड़ी ने कहा, “पूर्व मुख्यमंत्री की आत्मा बेचैन है, क्योंकि उनके खिलाफ तो पहले ही साल में साजिशें शुरू हो गई थीं। लेकिन बीजेपी में ऐसा कुछ नहीं हो रहा, यही बात उन्हें अंदर से खल रही है।”