राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आ गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेकर एक सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि उन्हें हटाने की साजिश उनकी ही पार्टी के नेता रच रहे हैं। गहलोत का यह बयान जोधपुर के सर्किट हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सामने आया, जिसमें उन्होंने भाजपा पर भीतरघात के गंभीर आरोप लगाए।
भजनलाल को हटाने की तैयारी कर रही है भाजपा?
अशोक गहलोत ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेता दिल्ली और जयपुर में बैठकर भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री पद से हटाने की पूरी साजिश रच रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को इस षड्यंत्र को गंभीरता से लेना चाहिए वरना उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा को इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलना एक ऐतिहासिक फैसला था, और इस फैसले में फेरबदल करना उचित नहीं होगा।
'मुख्यमंत्री को भ्रम में नहीं रहना चाहिए'
गहलोत ने कहा, “मैं बार-बार मुख्यमंत्री को इस षड्यंत्र के प्रति आगाह कर रहा हूं, लेकिन वे गंभीरता नहीं दिखा रहे। अगर वे इसी भ्रम में रहे तो नुकसान उनका ही होगा।” उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि उन्हें सजग रहना चाहिए और अपनी कुर्सी बचाने के लिए पार्टी के भीतर चल रही गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए।
युवा नेतृत्व को दिया जाए मौका: गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भजनलाल शर्मा एक युवा और नए नेता हैं और उन्हें कार्यकाल पूरा करने का पूरा अवसर मिलना चाहिए। बार-बार मुख्यमंत्री बदलने की राजनीति से प्रदेश को कोई लाभ नहीं होगा। उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि भजनलाल शर्मा अपना कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा करें, लेकिन पार्टी में कुछ चेहरे उनके खिलाफ काम कर रहे हैं।”
भाजपा पर बंगाल को लेकर निशाना
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गहलोत ने भाजपा पर पश्चिम बंगाल के लोगों को “बांग्लादेशी” कहकर निशाना बनाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा जानबूझकर बंगाली भाषी खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को विदेशी बताकर नफरत फैला रही है, जो देश की एकता और अखंडता के लिए गंभीर खतरा है।
आपातकाल और उदयपुर की घटना पर भी बोले गहलोत
आपातकाल के मुद्दे पर बार-बार टिप्पणी करने को लेकर उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लिया और कहा कि इंदिरा गांधी के उस फैसले को कांग्रेस ने इतिहास में गलती माना और उसका खामियाजा भुगता। इसके अलावा, उदयपुर में फ्रांसीसी महिला के साथ हुए दुष्कर्म पर उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि इससे राजस्थान की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंच सकता है।
युवाओं को AI और सोशल मीडिया के विवेकपूर्ण इस्तेमाल की सलाह
अंत में अशोक गहलोत ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें सोशल मीडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे आधुनिक टूल्स का उपयोग देश की सही तस्वीर जानने में करना चाहिए। साथ ही, झूठी सूचनाओं और अफवाहों से दूर रहना चाहिए ताकि वे सशक्त और जागरूक नागरिक बन सकें।
राजस्थान की सियासत में एक बार फिर गरमाहट बढ़ गई है। अशोक गहलोत का यह बयान केवल भजनलाल शर्मा की कुर्सी ही नहीं, बल्कि भाजपा के अंदरूनी हालात पर भी सवाल खड़े करता है। अब देखना होगा कि भाजपा इस दावे पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या वाकई मुख्यमंत्री पद पर कोई बदलाव होने वाला है, या यह केवल एक सियासी रणनीति का हिस्सा है।