प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर हैं। मंगलवार को वे गांधी नगर पहुंचे। इससे पहले वे वडोदरा, भुज और दाहोद का दौरा कर चुके हैं। पीएम मोदी ने यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर के बाद किया है। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश दिया। उनके इस अल्टीमेटम से पाकिस्तान तिलमिला उठा और शांति की बातें करने लगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के बयान से क्षेत्रीय शांति को खतरा पैदा हो सकता है।
पाकिस्तान ने इस बयान पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “हमने भारत के प्रधानमंत्री द्वारा गुजरात में दिए गए बयान को संज्ञान में लिया है। उनका यह बयान दक्षिण एशिया की शांति और स्थिरता के लिए खतरा है। हम शांति के पक्षधर हैं, लेकिन अगर हम पर खतरा मंडराया, तो हम उसका माकूल जवाब देने में सक्षम हैं।”
पाकिस्तान ने खुद को बताया शांति का हिमायती
अपने बयान में पाकिस्तान ने खुद को शांति के समर्थक के तौर पर पेश किया है। उन्होंने दावा किया कि वह संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर उसकी सक्रिय भागीदारी रही है।
गुजरात से पीएम मोदी का पाकिस्तान को सख्त संदेश
गांधीनगर में दिए गए अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को सीधे निशाने पर लिया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा, “6 मई की रात जो आतंकवादी मारे गए, उनके जनाजे पाकिस्तान में निकाले गए, और उन्हें स्टेट ऑनर दिया गया। उनके ताबूतों पर पाकिस्तान का झंडा लहराया गया और पाकिस्तानी सेना ने उन्हें सैल्यूट किया।”
पीएम मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “यह साबित करता है कि यह कोई प्रॉक्सी वॉर नहीं है, बल्कि पाकिस्तान की एक सुनियोजित युद्ध नीति है। जब आप युद्ध जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देंगे, तो जवाब भी उसी स्तर पर दिया जाएगा।”
गौरतलब है कि भारत ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था, जिसमें कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया।