तिरुपति मंदिर हादसा: 6 मरे, 40 से ज्यादा घायल, जिस द्वार पर हादसा हुआ, उसे 10 जनवरी को खोला जाना था, तस्वीरें वायरल
By: Rajesh Bhagtani Thu, 09 Jan 2025 11:28:43
आंध्र प्रदेश के श्री तिरुपति मंदिर में बुधवार देर रात 9:30 बजे वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई थी। हादसे में एक महिला समेत 6 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए हैं।
दरअसल शुक्रवार से शुरू होने वाले 10 दिवसीय विशेष वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए टिकट बांटे जा रहे थे। मंदिर कमेटी ने 91 काउंटर खोले थे। इनमें करीब 4 हजार की भीड़ थी।
इसी दौरान लाइन में लगी एक महिला बेहोश हो गई। इलाज के लिए उसे गेट खोलकर निकाला गया। इस दौरान लोग अंदर घुसने लगे। भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। जिसमें बीमार महिला की भी मौत हो गई।
यह घटना तिरुमाला श्रीवारी वैकुंठ द्वार टिकट काउंटर के पास विष्णु निवासम के पास 'दर्शन' टोकन वितरण के दौरान हुई। यह घटना रात 8 बजे की है जब तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अधिकारियों ने विष्णु निवासम, श्रीनिवासम और पद्मावती पार्क सहित विभिन्न केंद्रों पर टोकन वितरित करना शुरू किया। स्थिति तब नियंत्रण से बाहर हो गई जब एक अस्वस्थ भक्त को कतार से बाहर निकालने के लिए गेट खोले जाने पर भीड़ बढ़ गई।
जिस द्वार पर हादसा हुआ, उसे 10 जनवरी को खोला जाना था
एक दिन पहले मंगलवार को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने बताया था कि 10 से 19 जनवरी तक वैकुंठ एकादशी पर वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए खोले जाने थे। सुबह 4.30 बजे से प्रोटोकॉल दर्शन से शुरू होगा, उसके बाद सुबह 8 बजे से सर्व दर्शन शुरू होगा। इसके लिए लोग टोकन लेने के लिए लाइन में लगे थे। इन 10 दिनों में करीब 7 लाख भक्तों के आने की संभावना है।
द्वार खुलते ही सुबह से कतार में लगे श्रद्धालु बड़ी संख्या में आगे बढ़ गए, जिससे भारी भीड़भाड़ हो गई। भीड़ प्रबंधन में कमी के कारण दो स्थानों पर भगदड़ मच गई। ध्यान रहे कि टीटीडी ने 10 जनवरी (एकादशी) को होने वाले वैकुंठद्वार दर्शन के लिए 1.2 लाख टोकन बांटने की घोषणा की थी और टोकन 94 काउंटरों के माध्यम से नौ केंद्रों पर बांटे जाने थे, लेकिन अचानक आई भीड़ ने पूरी प्रक्रिया को प्रभावित कर दिया।
टीटीडी ने कहा कि भीड़भाड़ के कारण भगदड़ मची
इस बीच, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अध्यक्ष ने कहा कि तिरुपति में छह लोगों की जान लेने वाली भगदड़ "भीड़भाड़" के कारण हुई। टीटीडी के अध्यक्ष बीआर नायडू तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी सामान्य अस्पताल का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की और डॉक्टरों के साथ उनकी स्थिति की समीक्षा की।
टीटीडी ने भगदड़ को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया
इस घटना को "दुर्भाग्यपूर्ण" बताते हुए बीआर नायडू ने कहा कि जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू घटना के बारे में और जानकारी देंगे।
बीआर नायडू ने कहा, "(भगदड़ का) कारण भीड़भाड़ है...यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है...कल सीएम सब कुछ बताएंगे, आज पूरी रिपोर्ट आएगी। कुल 6 लोगों की मौत हुई है, कुछ तमिलनाडु के हैं और कुछ आंध्र प्रदेश के हैं। अभी तक एक शव की पहचान हो चुकी है और 5 की पहचान होनी बाकी है..."
इस बीच, टीटीडी बोर्ड के सदस्य भानु प्रकाश रेड्डी ने घटना के लिए खेद व्यक्त किया और कहा कि ट्रस्ट इस संबंध में जांच करेगा और उचित कार्रवाई करेगा। रेड्डी ने यह भी बताया कि सीएम नायडू और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री गुरुवार सुबह तिरुपति का दौरा करेंगे।
पत्रकारों से बात करते हुए, टीटीडी बोर्ड के सदस्य भानु प्रकाश रेड्डी ने कहा कि भगदड़ में लगभग 40 लोग घायल हुए हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
चंद्रबाबू नायडू ने स्थिति पर कड़ी नजर रखी
टीटीडी चेयरमैन बीआर नायडू के कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू घटना पर कड़ी नजर रख रहे हैं और गुरुवार को भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात करेंगे।
बयान में कहा गया है, "यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, 6 तीर्थयात्रियों की जान चली गई। अभी तक केवल एक तीर्थयात्री की पहचान हो पाई है, जबकि अन्य की पहचान होनी बाकी है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू घटना को लेकर बहुत गंभीर हैं और उन्होंने टेलीकांफ्रेंस के दौरान अधिकारियों के प्रबंधन पर असंतोष जताया है। मुख्यमंत्री कल सुबह 11:45 बजे मृतकों के परिवारों से मुलाकात करेंगे। सीएम ने चेतावनी दी है कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होनी चाहिए और वे इस मुद्दे पर अपडेट पर कड़ी नजर रख रहे हैं।"