
राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद प्रदेश के सभी सांसदों और विधायकों को एक भावुक पत्र लिखकर साफ संदेश दिया है कि अब राजनीति का दौर नहीं, बल्कि जवाबदेही निभाने का समय है। डोटासरा ने कहा कि इस त्रासदी ने हमें दिखा दिया है कि कई स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और अन्य सार्वजनिक भवन खस्ताहाल स्थिति में हैं और उनकी दीवारें, छतें जानलेवा खतरा बन चुकी हैं।
डोटासरा ने अपने पत्र में सभी सांसदों और विधायकों से आग्रह किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के जर्जर भवनों की मरम्मत को प्राथमिकता दें। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि सांसद निधि (MPLAD) और विधायक निधि (MLALAD) का उपयोग ऐसे मरम्मत कार्यों के लिए किया जाए ताकि फिर कभी कोई ऐसा दिल दहला देने वाला हादसा न हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह समय राजनीतिक लड़ाई का नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और जवाबदेही दिखाने का है।
उन्होंने कहा, “यह वक्त पक्ष-विपक्ष का नहीं, यह वक्त है संवेदनशीलता और संकल्प का। आइए, हम सब मिलकर ऐसा कदम उठाएं जिससे स्कूलों से फिर कभी दर्दनाक चीखें न उठें।”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह डोटासरा जी की प्रदेश के सांसद एवं विधायक जनप्रतिनिधियों से विनम्र अपील।
— Rajasthan PCC (@INCRajasthan) July 26, 2025
"यह वक्त पक्ष-विपक्ष का नहीं, जवाबदेही का है
आइए.. हम सब राजनीति से ऊपर उठकर जनता के प्रति जनप्रतिनिधि की जवाबदेही का दायित्व निभाएं और संवेदना से संकल्प का प्रण… pic.twitter.com/dyrjHhl26I
डोटासरा ने अपने पत्र में यह भी कहा कि सभी जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रों के जर्जर भवनों की स्थिति की रिपोर्ट संबंधित विभागों से मंगवाएं और तकनीकी सर्वे करवाकर जल्द से जल्द मरम्मत की प्रक्रिया शुरू करें। उनका मानना है कि जब तक ऐसे भवनों की मरम्मत नहीं होगी, तब तक हादसों का सिलसिला जारी रहेगा। इसलिए संवेदनशीलता के साथ-साथ ठोस कदम उठाना जरूरी है।
यह अपील डोटासरा की एक नेता के रूप में ही नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार और संवेदनशील जनप्रतिनिधि के रूप में भी सामने आई है, जिसने राज्य में सुरक्षित और सुरक्षित स्कूल भवनों के लिए जनप्रतिनिधियों को सक्रिय होने का आवाहन किया है। उनका मानना है कि अब वक्त है केवल शोक मनाने का नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई का, ताकि भविष्य में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।














