
गुजरात के अहमदाबाद शहर में गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। नवरंगपुरा स्थित सोमललित स्कूल की कक्षा 10 की एक छात्रा ने स्कूल की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। यह पूरी घटना स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है, जिसे अब पुलिस द्वारा जांच के लिए जब्त कर लिया गया है।
सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि दोपहर करीब 12:30 बजे छात्रा बालकनी की ओर बढ़ रही थी। उसके हाथ में चाबी का छल्ला था, जिसे वह घुमाते हुए धीरे-धीरे रेलिंग तक पहुंची। वहां पहुंचते ही उसने अचानक रेलिंग पार कर नीचे छलांग लगा दी। इस बीच उसकी सहेलियों ने उसे रोकने की भरसक कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सकीं।
छात्रा के कूदते ही स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। उस समय लंच ब्रेक चल रहा था और छात्राएं आसपास मौजूद थीं। चीख-पुकार सुनकर शिक्षक और अन्य छात्र वहां पहुंच गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। छात्रा के सिर पर गहरी चोटें आई थीं और उसके हाथ-पैर की हड्डियां टूट चुकी थीं।
घटना के तुरंत बाद स्कूल प्रशासन ने गंभीर रूप से घायल छात्रा को पास के निधि अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में भर्ती किया गया। कुछ ही समय बाद परिजन उसे थलतेज स्थित एक बड़े अस्पताल में ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। अस्पताल में छात्रा की मौत की पुष्टि होते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
जांच के विभिन्न पहलुओं पर काम कर रही पुलिस
नवरंगपुरा पुलिस थाने की टीम ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। पुलिस का कहना है कि अब तक किसी साजिश या गड़बड़ी के संकेत नहीं मिले हैं, फिर भी सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए तहकीकात की जा रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आत्महत्या के कारणों का अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है, इसलिए जल्दबाजी में निष्कर्ष निकालना उचित नहीं होगा।
स्कूल प्रबंधन और परिजनों की प्रतिक्रिया
स्कूल के मैनेजर प्रग्नेश शास्त्री ने बताया कि छात्रा पिछले पांच वर्षों से इस स्कूल में पढ़ रही थी और करीब एक महीने की छुट्टी के बाद दस दिन पहले ही उसने फिर से स्कूल आना शुरू किया था। उसने मेडिकल सर्टिफिकेट भी जमा किया था। शास्त्री ने बताया कि छात्रा के पिता ही हर सुबह उसे स्कूल छोड़ने आते थे।
क्लास में मौजूद छात्रों के अनुसार, घटना के दिन छात्रा ने पढ़ाई के दौरान अचानक चिल्लाना शुरू कर दिया था। हालाँकि उस समय शिक्षक ने उसे शांत करा दिया था।
पुलिस ने अब तक स्कूल के कुछ शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं के बयान दर्ज कर लिए हैं। साथ ही स्कूल में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाली जा रही है। पुलिस इस बात का भी पता लगाने में जुटी है कि छात्रा किसी मानसिक तनाव से तो नहीं जूझ रही थी।
शोक में डूबे परिजन
घटना के बाद से छात्रा के परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। माता-पिता को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनकी बेटी ने ऐसा कदम क्यों उठाया। परिवार सदमे में है और किसी से बात करने की स्थिति में नहीं है।














