राजस्थान में एसआई भर्ती 2021 में पेपर लीक और गड़बड़ी के मामले की सुनवाई हाईकोर्ट में जारी है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान आरपीएससी (RPSC) और एसओजी (SOG) को जमकर फटकार लगाई। भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं के चलते लंबे समय से इस परीक्षा को रद्द करने की मांग उठ रही थी। अब तक करीब 90 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें 50 ट्रेनी एसआई भी शामिल हैं। मंगलवार (25 फरवरी) को इस मामले में एक और बड़ी कार्रवाई की गई, जिसमें कोटा और बीकानेर से दो महिला ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर समेत 5 एसआई पर गाज गिरी है।
डमी कैंडिडेट बैठाकर दिलवाई थी परीक्षा
सूत्रों के मुताबिक, बीकानेर में तैनात सब-इंस्पेक्टर श्रवण कुमार गोदारा और मंजू बिश्नोई को आईजी के आदेश के बाद बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों 2021 बैच के अधिकारी थे और उन्होंने लिखित परीक्षा के दौरान अपनी जगह डमी कैंडिडेट बैठाया था।
फिलहाल, दोनों आरोपी जयपुर की सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं। श्रवण कुमार गोदारा की पोस्टिंग हनुमानगढ़ में थी, जबकि मंजू बिश्नोई बीकानेर में कार्यरत थीं।
कोटा में 3 सब इंस्पेक्टर बर्खास्त
इस मामले में कोटा में तीन और सब-इंस्पेक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया है। इससे पहले भी इस जिले में चार एसआई को बर्खास्त किया गया था, जिससे अब तक कोटा में कुल सात सब-इंस्पेक्टरों पर कार्रवाई हो चुकी है।
बर्खास्त किए गए सब-इंस्पेक्टर
बर्खास्त किए गए अधिकारियों में चेतन सिंह मीणा, रेणु कुमारी और मालाराम बिश्नोई शामिल हैं। चेतन सिंह मीणा पेपर लीक और गड़बड़ी मामले में जेल में बंद हैं, जबकि रेणु कुमारी और मालाराम बिश्नोई ने फर्जी तरीके से परीक्षा पास कर नौकरी हासिल की थी। ये दोनों फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर हैं।
एसआई पेपर लीक केस में 90 गिरफ्तारियां
एसआई भर्ती घोटाले की जांच कर रही एसओजी (SOG) अब तक करीब 90 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें 50 ट्रेनी एसआई भी शामिल हैं। हालांकि, कई आरोपी जमानत पर जेल से बाहर आ चुके हैं।
हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
इस मामले पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने ट्रेनी एसआई की फील्ड ट्रेनिंग पर रोक लगा दी है। आदेश के अनुसार, सभी ट्रेनी एसआई को उनके जिलों से बुलाकर पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, ट्रेनिंग पूरी कर चुके सब-इंस्पेक्टरों की पोस्टिंग पर भी रोक लगा दी गई है।