जोधपुर एम्स के निदेशक को ई-मेल के जरिए परिसर में आत्मघाती आरडीएक्स बम ब्लास्ट की धमकी मिली है। इस सूचना के बाद एम्स प्रशासन ने तुरंत बासनी थाना पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। अब मुख्य भवन में प्रवेश के लिए दोहरी जांच प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
डीसीपी (पश्चिम) राजर्षी राज वर्मा ने बताया कि यह धमकी भरा ई-मेल मंगलवार रात को मिला था, जिसमें प्रेषक के रूप में दक्षिण भारत की अन्ना यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर का नाम दर्ज था। मामले की गंभीरता को देखते हुए बुधवार को पुलिस ने एम्स की सुरक्षा बढ़ा दी और बम निरोधक दस्ता व डॉग स्क्वॉड की सहायता से पूरे परिसर की गहन तलाशी ली। हालांकि, अब तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, लेकिन सुरक्षा जांच लगातार जारी रहेगी।
इसके अलावा, एम्स के बाहर और अंदर मौजूद सभी वाहनों की भी बारीकी से जांच की गई है। फिलहाल, एम्स प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
ई-मेल भेजने वाला सच में प्रोफेसर या कोई और?
जोधपुर एम्स को धमकी भरा ई-मेल अन्ना यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर के नाम से भेजा गया है, लेकिन पुलिस को शक है कि यह किसी फर्जी व्यक्ति की हरकत हो सकती है। पुलिस ई-मेल भेजने वाले की पहचान करने की कोशिश कर रही है। ई-मेल में अन्ना यूनिवर्सिटी में चल रहे एक विवाद का जिक्र करते हुए एम्स जोधपुर में आत्मघाती आरडीएक्स ब्लास्ट की धमकी दी गई है।
क्या है अन्ना यूनिवर्सिटी का मामला, जिस पर मचा बवाल?
23 दिसंबर को अन्ना यूनिवर्सिटी परिसर में एक 19 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा के यौन शोषण का मामला सामने आया था। पीड़िता की शिकायत के अनुसार, आरोपी ने पहले उसके पुरुष मित्र पर हमला किया और फिर उसका यौन शोषण किया। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे की तलाश जारी है।
इस बीच, इस केस से जुड़ी एफआईआर लीक हो गई, जिस पर हाईकोर्ट ने सरकार और पुलिस पर सख्त टिप्पणियां की थीं। हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट की टिप्पणियों पर रोक लगा दी। इस पूरे घटनाक्रम ने तमिलनाडु में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है और लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं।