राजस्थान की वित्त मंत्री दिया कुमारी (Diya Kumari) ने विधानसभा में भजनलाल सरकार का दूसरा पूर्ण बजट (Rajasthan Budget 2025-26) पेश किया। राइजिंग राजस्थान (Rising Rajasthan) के बाद यह पहला 'ग्रीन थीम बजट' है, जो रिन्यूएबल एनर्जी, ग्रामीण विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित है। वित्त मंत्री ने राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख धार्मिक स्थलों के विकास हेतु 975 करोड़ रुपये के बजट की घोषणा की। साथ ही, मंदिरों में सेवाएं देने वाले पुजारियों को आर्थिक सहायता के रूप में हर महीने 7,000 रुपये भत्ता प्रदान करने का ऐलान किया।
बनेगा ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट
वित्त मंत्री ने घोषणा की कि राजस्थान में पर्यटन विकास को गति देने के लिए 975 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न परियोजनाएं चलाई जाएंगी। इनमें धार्मिक पर्यटन स्थलों का विकास और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने से जुड़े कार्य शामिल होंगे। इसके तहत, 100 करोड़ रुपये की लागत से 'ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट' विकसित किया जाएगा। इस परियोजना में आदिवासी बहुल क्षेत्रों के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों, जैसे मानगढ़ धाम, गोतमेश्वर मंदिर, और अन्य ऐतिहासिक स्थलों को शामिल किया जाएगा।
पुजारियों को मिलेगा 7000 रुपए मानदेय
राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों के विकास और तीर्थ यात्राओं को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। इसके तहत:
- 6000 वरिष्ठ नागरिकों को हवाई मार्ग से और 50,000 बुजुर्गों को एसी ट्रेन से तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी।
- मंदिरों में भोग के लिए 3000 रुपए की राशि निर्धारित की गई है।
- पुजारियों का मासिक मानदेय बढ़ाकर 7000 रुपए कर दिया गया है।
- जयपुर में गोविंद देवजी कला महोत्सव आयोजित किया जाएगा, जो पूरे वर्ष विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के रूप में जारी रहेगा। इस महोत्सव के लिए 50 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।