दौसा जिले की श्यालावास सेंट्रल जेल में मोबाइल फोन मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को जेल में तलाशी के दौरान एक और मोबाइल बरामद हुआ, जिससे जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। यह घटना यह इशारा करती है कि या तो जेल सुरक्षा में भारी चूक हो रही है या फिर अंदरूनी मिलीभगत का मामला है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही एक नर्सिंगकर्मी को जेल में सिम कार्ड पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसी सप्ताह एडीजी (जेल) रूपिंदर सिंह ने जेल का औचक निरीक्षण किया था, हालांकि उस समय किसी संदिग्ध वस्तु की बरामदगी नहीं हुई थी।
पापड़दा थाना प्रभारी संतचरण के अनुसार, शुक्रवार को जेल प्रशासन द्वारा किए गए तलाशी अभियान में एक मोबाइल फोन मिला। जेल प्रहरी महेंद्र सिंह गुर्जर ने इस घटना की रिपोर्ट देर शाम थाने में दर्ज कराई, जिस पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
यह भी उल्लेखनीय है कि इसी जेल से पहले भी दो बार मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। लगातार मोबाइल मिलने की घटनाएं प्रदेश की जेलों में बंद अपराधियों की पहुंच और जेल के भीतर से होने वाली आपराधिक गतिविधियों की ओर इशारा करती हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य भर की जेलों में तलाशी अभियान तेज़ कर दिया गया है।