पाकिस्तान फाइटर प्लेट जेएफ 17 का मलबा राजस्थान के जैसलमेर इलाके में मिला है। इस विमान को भारतीय वायु सेना ने मार गिराया था। तभी से इसके पायलट की तलाश जारी थी। अब समाचार आ रहे हैं कि भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन के दौरान एक पाकिस्तानी पायलट को कथित तौर पर हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार, ये पायलट पाकिस्तानी वायुसेना के एक लड़ाकू विमान में सवार था, जिसे भारतीय सेना ने गिरफ्तार कर लिया है।
इंडिया टीवी के अनुसार बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी वायुसेना के विमान भारत की सीमा में घुस आया था। इस पायलट को राजस्थान के लाठी से पकड़ा गया है। सूत्रों ने बताया कि पायलट से पूछताछ जारी है। भारतीय अधिकारियों ने अभी तक पायलट की पहचान सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन माना जा रहा है कि वे पाकिस्तानी वायुसेना का वरिष्ठ अधिकारी भी हो सकता है।
भारत-पाक तनाव
यह घटना जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के बीच हुई है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया था। इसके जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। पाकिस्तानी ड्रोन को जैसलमेर में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली द्वारा रोकने की हालिया घटना ने भी दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को लेकर संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक शक्तियां चिंता जता चुकी हैं। अमेरिका और रूस ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।
अमेरिका ने जताई चिंता, तनाव घटाने पर दिया ज़ोर
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिका ने स्थिति पर चिंता जताई है। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर से टेलीफोन पर बातचीत की और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि सचिव रुबियो ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे संवाद को प्रोत्साहित किया और कहा कि अमेरिका इस दिशा में अपने समर्थन को दोहराता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान को आपसी संचार प्रणाली को मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि किसी गलतफहमी से टकराव की स्थिति और न बढ़े।