भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार को बीते तीन दिनों की गिरावट को पीछे छोड़ते हुए जबरदस्त रिकवरी दर्ज की। सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन सेंसेक्स 1046.30 अंकों की छलांग लगाकर 82,408.17 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 319.15 अंकों की तेजी के साथ 25,112.40 पर बंद हुआ। यह तेजी 1.29% की वृद्धि को दर्शाती है, जो दर्शाता है कि निवेशकों में एक बार फिर भरोसा लौटा है और वे बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने को तैयार हैं।
लगातार तीन दिनों की गिरावट से उभरा बाजार
गौरतलब है कि इस सप्ताह मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को शेयर बाजार लगातार लाल निशान पर बंद हुआ था। गुरुवार को सेंसेक्स 82.79 अंक गिरकर 81,361.87 और निफ्टी 18.80 अंक टूटकर 24,793.25 पर बंद हुआ था। इस गिरावट ने बाजार की धारणा पर असर डाला था, लेकिन शुक्रवार को बाजार में जोश के साथ व्यापार हुआ और बाजार ने शानदार वापसी की।
अधिकतर कंपनियों के शेयरों ने की बढ़त दर्ज
शुक्रवार को सेंसेक्स में शामिल 30 में से 27 कंपनियों के शेयर हरे निशान पर बंद हुए। वहीं, निफ्टी 50 की 50 में से 44 कंपनियों के शेयरों ने बढ़त दर्ज की। इसका मतलब यह है कि व्यापक रूप से बाजार में सकारात्मक रुझान था और लगभग सभी क्षेत्रों में खरीदारी देखने को मिली। इससे संकेत मिलता है कि निवेशकों ने हालिया गिरावट को खरीदारी का मौका समझा और अच्छी कंपनियों में निवेश को प्राथमिकता दी।
भारती एयरटेल और महिंद्रा एंड महिंद्रा सबसे आगे
दिन की सबसे ज्यादा बढ़त भारती एयरटेल के शेयरों में देखने को मिली, जो 3.17% ऊपर बंद हुए। इसके बाद नेस्ले इंडिया (2.98%), महिंद्रा एंड महिंद्रा (2.86%), पावरग्रिड (2.18%), रिलायंस इंडस्ट्रीज (2.08%) और एचडीएफसी बैंक (1.54%) जैसे दिग्गज शेयरों ने बाजार को मजबूती देने में प्रमुख भूमिका निभाई। एनटीपीसी, एसबीआई, एचसीएल टेक, सनफार्मा, अडाणी पोर्ट्स, एलएंडटी, टेक महिंद्रा और बजाज फाइनेंस जैसी कंपनियों के शेयरों में भी अच्छी तेजी रही।
कुछ शेयरों में मामूली गिरावट
हालांकि अधिकांश शेयरों ने तेजी दिखाई, लेकिन कुछ कंपनियों के शेयर लाल निशान में भी बंद हुए। इनमें एक्सिस बैंक (-0.16%), अल्ट्राटेक सीमेंट (-0.07%) और मारुति सुजुकी (-0.02%) शामिल रहे। ये गिरावट बेहद सीमित थी और बाजार की समग्र तेजी पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ा।
निवेशकों की संपत्ति में लाखों करोड़ की बढ़त
बाजार की इस तेजी का असर सीधे तौर पर निवेशकों की संपत्ति पर पड़ा। शेयरों की कुल बाजार पूंजीकरण में बड़ा इजाफा देखा गया, जिससे निवेशकों की संपत्ति में लाखों करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। ऐसे समय में जब वैश्विक अनिश्चितताएं बनी हुई हैं, भारतीय बाजार का यह आत्मविश्वास एक मजबूत संकेतक है कि घरेलू निवेशक भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव को लेकर आश्वस्त हैं।
आगे के लिए सतर्कता जरूरी
हालांकि शुक्रवार की तेजी निवेशकों के लिए राहत लेकर आई, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और विदेशी निवेशकों का रुझान आगामी कारोबारी सत्रों में बाजार की दिशा तय कर सकते हैं। इसलिए निवेशकों को सोच-समझकर कदम रखने की सलाह दी जा रही है।