हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जाता है। योग को हम सिर्फ एक एक्सरसाइज नहीं, बल्कि तन और मन की चिकित्सा के रूप में मानते हैं। यह न केवल शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है, बल्कि मानसिक तनाव को भी दूर करता है। लेकिन अगर योग को सही तरीके से न किया जाए, तो यह आपकी सेहत के लिए वरदान नहीं, बल्कि नुकसानदायक भी बन सकता है। आइए जानें, वो आम गलतियां जो लोग अक्सर योग करते समय कर बैठते हैं और जिनसे आपको भी सतर्क रहना चाहिए।
1. बिना मार्गदर्शन के योग करना
आज के डिजिटल युग में बहुत से लोग यूट्यूब या ऐप्स से देखकर खुद से योग करने लगते हैं, जो कि शुरुआती लोगों के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। हर योगासन की एक सटीक टेक्निक होती है, जिसे किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से सीखना बेहद जरूरी है। गलत तरीके से किए गए आसन मांसपेशियों में खिंचाव, जोड़ों में दर्द और रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
2. गलत समय पर योग करना
कुछ लोग सुबह खाली पेट तो कुछ लोग खाना खाने के तुरंत बाद योग करने लगते हैं, जिससे शरीर पर विपरीत असर पड़ता है। योग का सही समय है सुबह खाली पेट या हल्का भोजन करने के दो-तीन घंटे बाद। यदि आप गलत समय पर योग करेंगे, तो आपको चक्कर, उल्टी जैसा महसूस होना या थकावट की शिकायत हो सकती है।
3. शरीर की सीमाओं को नजरअंदाज करना
अक्सर देखा गया है कि लोग दूसरों को देखकर या जल्दी फिट दिखने की चाह में ऐसे आसन करने लगते हैं जिनके लिए उनका शरीर तैयार ही नहीं होता। इससे शरीर पर अनावश्यक दबाव पड़ता है और चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। योग एक धीरे-धीरे सीखने और अपनाने वाली प्रक्रिया है — इसमें जल्दबाजी नहीं, धैर्य और अनुशासन काम आता है।
4. सांसों की लय बिगाड़ना
श्वास-प्रश्वास यानी ब्रेथिंग टेक्निक योग का आधार है। यदि आप बहुत तेजी से या बहुत धीरे सांस लेते हैं, या बिना कारण सांस रोकते हैं, तो इससे सिरदर्द, ब्लड प्रेशर और घबराहट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर प्राणायाम करते समय धीमी, गहरी और नियंत्रित सांसों का अभ्यास बेहद जरूरी है।
5. बीमारी में भी योग करना
बहुत से लोग यह मानकर चलते हैं कि योग हर परिस्थिति में फायदेमंद होता है, लेकिन यह एक बड़ी गलतफहमी है। अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर, हर्निया, हाल में सर्जरी हुई है या कोई पुरानी बीमारी है, तो डॉक्टर या योग एक्सपर्ट की सलाह के बिना योग करना सेहत को और बिगाड़ सकता है।
6. योग को केवल योग दिवस तक सीमित रखना
अगर आप साल में केवल 21 जून को ही योग करते हैं, तो उसका फायदा ना के बराबर होगा। योग तब असर करता है जब उसे नियमित रूप से हर दिन अपनाया जाए। यह एक जीवनशैली है, कोई एक दिन का इवेंट नहीं। अगर आप सच में योग का लाभ चाहते हैं, तो इसे अपने रूटीन में शामिल करें।
चेतावनी: योग का असर तभी दिखता है जब आप उसे सही तरीके और नियमितता के साथ करें। अगर आप इन गलतियों से बचें, तो यह साधना न केवल आपको शारीरिक रूप से फिट रखेगी बल्कि मानसिक और आत्मिक रूप से भी सशक्त बनाएगी।