जयपुर। जोधपुर एमडीएम अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टर राकेश बिश्नोई की आत्महत्या के बाद प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल गुरुवार को मृतक के परिजनों से मिलने सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी पहुंचे। उन्होंने सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि यदि सरकार के साथ चल रही वार्ता विफल होती है, तो वे मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करेंगे। मौके पर बारिश के बावजूद बेनीवाल के समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मोर्चरी के बाहर ही रोक दिया।
सरकार पर गंभीर आरोप, मांगी निष्पक्ष जांच और कार्रवाई
बेनीवाल ने स्पष्ट किया कि आत्महत्या के लिए दोषी चिकित्सक को निलंबित कर जोधपुर से बाहर भेजा जाए। इसके अलावा मृतक के परिजन को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए। उन्होंने मांग की कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और यह भी जांच की जाए कि आखिर डॉ. राकेश बिश्नोई को जोधपुर से जयपुर इलाज के लिए क्यों रेफर किया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस आंदोलन को सर्वसमाज का व्यापक समर्थन प्राप्त है और यदि सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई तो जनआंदोलन तेज किया जाएगा।
रेजीडेंट डॉक्टर्स में आक्रोश, जोधपुर में कार्य बहिष्कार
घटना के बाद प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों में रेजीडेंट डॉक्टर्स आक्रोशित हैं। जोधपुर में उन्होंने ओपीडी और वार्डों का कार्य बहिष्कार कर दिया है और मांग कर रहे हैं कि फार्माकोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. राजकुमार राठौड़ के खिलाफ कार्रवाई की जाए। वहीं, सीनियर मेडिकल टीचर्स और राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन की जयपुर और जोधपुर शाखाओं ने डॉ. राठौड़ का समर्थन करते हुए बयान जारी किया है कि उनका प्रशासनिक कार्यकाल बेदाग रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. बिश्नोई अवसाद से पीड़ित थे, इसलिए बिना जांच किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जाना चाहिए।
सरकार और परिजनों के बीच वार्ता जारी, बढ़ सकता है विवाद
सरकार की ओर से अभी तक मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है, हालांकि परिजनों के साथ बातचीत जारी है। अगर बातचीत विफल होती है तो हनुमान बेनीवाल द्वारा दिए गए अल्टीमेटम के अनुसार प्रदेश की राजधानी जयपुर में एक बड़े आंदोलन की संभावना बन सकती है। यह मामला अब राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक तीनों स्तरों पर उबाल पर है, और आने वाले दिनों में इसकी गूंज विधानसभा से लेकर सड़क तक सुनाई दे सकती है।