मध्यप्रदेश में कुछ दिनों से अधिकतम 20-25 कोरोना केस आ रहे हैं। यहां मंगलवार को पुराने कोरोना केस का एडजस्टमेंट किया गया। इसकी वजह से 1,390 नए मामले दर्ज किए गए। 1,501 मरीज ठीक हुए और 2 संक्रमितों की मौत हुई। प्रदेश में संक्रमण कम हो गया है ऐसे में स्कूलों को खोलने की तैयारी शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने RSS के अनुषांगिक संगठन विद्या भारती के कार्यक्रम में कहा कि 11वीं और 12वीं के क्लास 26 जुलाई से 50% की क्षमता से खोली जाएंगी। 15 अगस्त तक सब ठीक-ठाक रहा तो छोटी क्लास के स्कूल भी खोले जाने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कोचिंग संस्थानों को भी खोलने की अनुमति जल्द देने की बात भी कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सावधानी जरूरी है इसलिए सप्ताह में दो दिन एक बैच और फिर दो दिन दूसरा बैच आएगा। इसकी पूरी रणनीति हम बना रहे हैं। जनता ने अगर कोरोना गाइडलाइन का पालन किया तो 9वीं और 10वीं, फिर छठवीं से आठवीं और फिर पहली से पांचवीं के स्कूल खोलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा मिलनी चाहिए चाहे कैसे भी मिले। शिक्षा कैसी हो यह सिर्फ अफसर तय करेंगे, यह नहीं चलेगा। इसलिए हमने मंत्रियों का शिक्षा समूह बनाया है। आजकल अजीब बात है कि छात्र मेहनत का काम कर दे तो मीडिया की सुर्खियां बन जाता है। हमें जरूरत है परिश्रम की। सरकारी शिक्षा ही सिर्फ बेहतर नहीं है।