कर्नाटक सरकार ने 10 मार्च को अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता को डीजीपी-रैंक अधिकारी के रामचंद्र राव की संदिग्ध संलिप्तता की जांच के लिए नियुक्त किया है। यह जांच तब तेज हुई जब उनकी सौतेली बेटी, कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव, पर पुलिस प्रोटोकॉल के दुरुपयोग का आरोप लगा। पीटीआई के सूत्रों के अनुसार, जांच में यह सामने आया कि रान्या राव ने बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दुबई से लौटते समय बार-बार पुलिस प्रोटोकॉल सेवाओं का उपयोग किया। सीसीटीवी फुटेज में उन्हें विशेष पुलिस सुविधाओं का लाभ उठाते हुए देखा गया, जो आमतौर पर केवल उच्च अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों को दी जाती हैं।
डीजीपी-रैंक अधिकारी पर गिरी गाज, अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया
इस मामले के उजागर होने के बाद कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के रामचंद्र राव को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया। जांच के दौरान उनसे पूछताछ की गई और उनका बयान दर्ज किया गया। अधिकारी अब यह पता लगाने में जुटे हैं कि उन्होंने इस कथित तस्करी रैकेट को कोई सहायता प्रदान की थी या नहीं।
गोल्ड तस्करी में अमेरिका कनेक्शन, करोड़ों की बरामदगी
3 मार्च को रान्या राव को दुबई से बेंगलुरु लौटते समय ₹12.56 करोड़ मूल्य की सोने की छड़ों के साथ पकड़ा गया था। इसके बाद डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) की टीम ने उनके आवास पर छापा मारा, जहां से ₹2.06 करोड़ के सोने के आभूषण और ₹2.67 करोड़ की नकदी बरामद हुई।
बार-बार विदेश यात्राओं से बढ़ा शक
जांच में यह भी सामने आया कि रान्या राव और तेलुगु अभिनेता तरुण कोंडुरु राजू ने जनवरी से मार्च 2024 के बीच 26 विदेश यात्राएं कीं। इसके अलावा, रेकॉर्ड बताते हैं कि रान्या राव ने 2023-2024 में 56 बार दुबई की यात्रा की, जिससे उनकी संदिग्ध गतिविधियों पर संदेह और गहरा हो गया है।
जांच का दायरा बढ़ा, पुलिस प्रोटोकॉल के दुरुपयोग पर सख्ती
कर्नाटक सरकार अब पुलिस प्रोटोकॉल के दुरुपयोग और सिस्टम की चूक की विस्तृत जांच कर रही है। बढ़ते सबूतों के साथ, इस मामले में और भी कानूनी कार्रवाई होने की संभावना जताई जा रही है।