करीब चार महीने पहले जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद से संभल में सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। पुलिस प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है और सोमवार को ईद के अवसर पर विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। पूरे क्षेत्र को छह जोन और सोलह सेक्टरों में विभाजित किया गया है। पुलिस, आरआरएफ, आरएएफ और पीएसी की 10 कंपनियां सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए तैनात की गई हैं। इसके अलावा, ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र ने बताया कि हर जोन और सेक्टर में जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति की गई है। संभल कोतवाली क्षेत्र में दो और हयातनगर थाना क्षेत्र में तीन अतिरिक्त थाना प्रभारी तैनात किए गए हैं। पुलिस, पीएसी, RRF और RAF के जवान चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर रखेंगे, ताकि ईद का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।
ड्रोन और सीसीटीवी से कड़ी निगरानी
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तीन ड्रोन और दर्जनों सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी रखी जाएगी। विशेष रूप से हयातनगर क्षेत्र की बड़ी ईदगाह, जहां नमाजियों की संख्या अधिक होती है, वहां अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। इसके अलावा, सभी मस्जिदों और ईदगाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल की व्यापक व्यवस्था की गई है।
सुरक्षा व्यवस्था का दावा
संभल में पहले हुई हिंसा के मद्देनजर ईद के त्योहार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था का दावा किया है। जामा मस्जिद और विभिन्न ईदगाहों के आसपास पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी के जरिए निगरानी की जाएगी। विशेष रूप से जामा मस्जिद, आदमपुर मार्ग और सरायतरीन ईदगाह पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध और सोशल मीडिया निगरानी
ईद के दिन उमड़ने वाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आदमपुर मार्ग पर भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा, किसी भी अफवाह को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट मीडिया पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) ने आश्वासन दिया है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह तैयार है।