मध्यप्रदेश में एक्टिव केस 91 हजार से ज्यादा हो गए हैं। अधिकतर अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड और ICU की बड़ी किल्लत पैदा हो गई है। मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के चार बड़े शहरों में ही 5,680 नए केस आए हैं, 26 मौतें भी रिकॉर्ड की गई। सबसे ज्यादा 1841 केस इंदौर में आए और 7 की जान गई। दूसरे नंबर पर भोपाल में 1824 नए केस आए और 3 मौतें दर्ज हुईं। ग्वालियर में 1208 नए मामले सामने आए और 8 ने जान गंवाई है। वहीं, जबलपुर में 807 संक्रमितों की पहचान हुई और 8 की मौत हुई।
प्रदेश की राजधानी का हाल यह है कि सारे अस्पताल कोविड मरीजों से फुल हो गए हैं। रविवार को ऐसे 100 मरीज एंबुलेंस में एक से दूसरे अस्पताल में भटकते रहे, लेकिन कहीं भी उन्हें बेड नहीं मिला। इनमें कई मरीज दूसरे शहरों से आए थे। ये हालात इसलिए भी बने हैं क्योंकि निजी अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं और सरकारी में जगह नहीं है।
प्रदेश सरकार कोरोना की बढ़ती रफ्तार को थामने के लिए लॉकडाउन और बढ़ा रही है। रविवार को भोपाल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, सागर, गुना, खरगोन और रतलाम में 3 मई की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया।