जयपुर। कभी जयपुर के लोगों की लाइफ लाइन रहे रामगढ़ बाँध को पुनर्जीवित करने की कवायद शुरू हो गई है। इसको लेकर जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने शुक्रवार को जीर्णोद्धार कार्यों का शिलान्यास किया। रामगढ़ में पुन: पानी लाने से पहले बाँध की मरम्मत और सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
इस अवसर पर सुरेश रावत ने कहा कि यह जमवारामगढ़ के लिए बड़ी सौगात है। यहाँ रामसेतु जल योजना से पानी लाया जाएगा। सरकार ने 1945 करोड़ का टेंडर जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से योजना का शिलान्यास करवाया। अब पानी आने के बाद लोकार्पण मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक करेंगे।
जयपुर ग्रामीण सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार का संकल्प है कि नदी से जल आए और नल से खेत तक पहुँचे। एक साल में तीन राष्ट्रीय योजनाएँ शुरू की गई हैं। पानी आने के बाद यह पर्यटन स्थल के रूप में निखरेगा।
राम जल सेतु लिंक परियोजना से जुड़ा
रामगढ़ बाँध को राम जल सेतु लिंक परियोजना से जोड़ा गया है। ईसरदा बाँध से रामगढ़ बाँध तक पानी लाने का अलाइनमेंट तय हो चुका है। निविदा जारी कर दी गई हैं। दोनों बाँधों के बीच की दूरी करीब 120 किमी है। इसमें 35 किमी नहर और 85 किमी पाइपलाइन बिछायी जाएगी। वर्तमान में जमवा रामगढ़ का ज्यादातर क्षेत्रफल ड्राई जोन में आता है। रामगढ़ बाँध को ERCP के प्रथम चरण में शामिल करने से बांध के भराव क्षेत्र में रोड़ा नदी, ताला नदी और बहुत से बरसाती नालों के आसपास बसे सैंकड़ों गाँवों सहित 100 किलोमीटर के क्षेत्र का जलस्तर बढ़ने की सम्भावना है। पानी आने पर लाखों लोगों को पीने का पानी मिलेगा। साथ ही सिंचाई के लिए भी पानी उपलब्ध होगा।