झुंझुनूं जिले के मंडेला थाना क्षेत्र के बुडानिया गांव में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक घटना हुई। यहां एक किसान और उसकी बहू पर लेपर्ड ने हमला कर दिया, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना सुबह करीब 5:30 बजे हुई जब 58 वर्षीय किसान हवा सिंह अपने घर के बाहर पशुओं को चारा डाल रहे थे।
अचानक हमले से मची चीख-पुकार
जानकारी के अनुसार, जैसे ही हवा सिंह पशुओं को चारा दे रहे थे, अचानक लेपर्ड ने उन पर हमला कर दिया। उनके पास ही खड़ी उनकी बहू शर्मिला भी इस हमले का शिकार हो गईं। लेपर्ड ने दोनों पर झपट्टा मारा, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी चीखें सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक लेपर्ड वहां से भाग चुका था। घायलों को तत्काल झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।
वन विभाग ने गांव के लोगों से सतर्क रहने की अपील की और खासकर सुबह और रात के समय अकेले बाहर न निकलने की सलाह दी है। विभाग ने यह भी कहा कि क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाएगी और लेपर्ड को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
वन विभाग की अधिकारी रंजन सुमन ने बताया कि...
वन विभाग की अधिकारी रंजन सुमन ने बताया कि वे रात की गश्त से लौट रही थीं और सीधे घटनास्थल पर पहुंचीं। प्रारंभिक जांच में घटनास्थल पर मिले पदचिह्नों के आधार पर हमलावर जानवर की पहचान लेपर्ड के रूप में की गई है। लेपर्ड एक खंडहर में छिपा हुआ है और उसे पकड़ने के लिए टीम को बुलाया गया है।
ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग की कार्यशैली पर नाराजगी
इस अप्रत्याशित हमले के बाद बुडानिया गांव में दहशत का माहौल बन गया है। ग्रामीणों ने वन विभाग की कार्यशैली पर नाराजगी जताई, उनका कहना है कि टीम ने केवल औपचारिकता निभाई और जल्दबाजी में वापस लौट गई। ग्रामीण विनोद कुमार ने आरोप लगाया कि वन विभाग की टीम को पूरे इलाके में अच्छी तरह से तलाशी लेनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जिससे गांव में डर का माहौल और भी बढ़ गया है।