जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद अमेरिका ने भारत के समर्थन में एक सशक्त बयान जारी किया है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष माइक जॉनसन ने कहा है कि भारत अमेरिका के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साझेदार है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका हर संभव सहयोग करेगा। उन्होंने यह भी कहा, "हम भारत के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।"
यह बयान ऐसे समय में आया है जब पहलगाम में हुए हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। कैपिटल हिल में कांग्रेस की ब्रीफिंग के दौरान माइक जॉनसन ने जोर देते हुए कहा कि भारत-अमेरिका साझेदारी को और अधिक मजबूत किया जाएगा और आतंकवाद के खिलाफ यह साथ मिलकर लड़ाई जारी रहेगी।
भारत-अमेरिका संबंधों को और बल
माइक जॉनसन का यह बयान भारत-अमेरिका के कूटनीतिक संबंधों को नई ऊर्जा देता है, खासकर तब जब भारत पिछले कई दशकों से सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है। इस बयान से यह संकेत साफ है कि अमेरिका न केवल बयानबाजी कर रहा है, बल्कि रणनीतिक रूप से भी भारत के साथ खड़ा है।
"Will do everything to support India in its efforts against terrorism": US House Speaker Mike Johnson
— ANI Digital (@ani_digital) May 6, 2025
Read @ANI Story | https://t.co/MV6zJDsORt#MikeJohnson #US #terrorism #Pahalgam #DonaldTrump pic.twitter.com/vZWJo1QU3a
ट्रंप प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ और अगले ही दिन 23 अप्रैल को तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की। उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि अमेरिका भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह से खड़ा है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि यह हमला जघन्य है और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।
ट्रंप प्रशासन की यह त्वरित प्रतिक्रिया भारत के साथ अमेरिका की रणनीतिक और मानवीय दोनों स्तरों पर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
रुबियो और जयशंकर की महत्वपूर्ण बातचीत
30 अप्रैल को अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बीच एक अहम बातचीत हुई। इस दौरान रुबियो ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ सहयोग देने का आश्वासन दोहराया और पाकिस्तान के साथ क्षेत्रीय तनाव को कम करने की दिशा में प्रयास करने को कहा। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि रुबियो ने पहलगाम हमले में जान गंवाने वालों के प्रति गहरी संवेदना जताई और भारत के साथ अमेरिका की आतंकवाद-विरोधी साझेदारी की पुष्टि की।
व्यापार और रणनीतिक साझेदारी की नई दिशा
माइक जॉनसन ने अपने बयान में भारत-अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ताओं का भी उल्लेख किया और उम्मीद जताई कि यह प्रक्रिया सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेगी। उन्होंने हंसते हुए कहा, "अभी तक किसी ने मुझसे टैरिफ को लेकर सवाल नहीं किया, जो राहत की बात है।" यह टिप्पणी अमेरिका और भारत के बीच आपसी व्यापार और आर्थिक सहयोग की दिशा में विश्वास का संकेत देती है।