कुचामन सिटी: डीडवाना पुलिस ने मंगलवार को महिलाओं के आभूषण लूटने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य सरगना और हिस्ट्रीशीटर भी शामिल है। पुलिस ने इनके कब्जे से एक कार भी जब्त की है। यह गिरोह डीडवाना और आस-पास के जिलों में सक्रिय था और महिलाओं के जेवर लूटने के साथ ही राहगीरों से छीना-झपटी, बाइक चोरी, डीजल चोरी और यहां तक कि बकरियां चुराने जैसी वारदातों को भी अंजाम देता था। पूछताछ में आरोपियों ने डीडवाना व पड़ोसी जिलों में कुल 20 से अधिक अपराधों को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।
पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि बीते कुछ दिनों से डीडवाना जिले में चोरी, लूटपाट और नकबजनी की घटनाएं बढ़ रही थीं। 24 अप्रैल को मोलासर थाना क्षेत्र के ललासरी गांव में रात करीब 1:30 बजे बदमाशों ने एक घर में घुसकर सो रही महिला का मंगलसूत्र और लॉकेट लूट लिया था। इस वारदात समेत अन्य घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें एक संदिग्ध कार नजर आई। इसके बाद लगभग 500 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, तब जाकर कार और आरोपियों की पहचान हो सकी।
एसपी मीणा ने बताया कि तकनीकी जांच और खुफिया सूचनाओं के आधार पर आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी गई और चार आरोपियों—जगदीश बावरिया, रामकुमार बावरिया, देशराज और कमलेश—को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने डीडवाना जिले में सात घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूल की है, जिनमें महिलाओं से सोने-चांदी के जेवर लूटे गए। साथ ही उन्होंने सीकर जिले में भी 10 वारदातें करने की बात स्वीकार की है। इसके अतिरिक्त यह गिरोह मोबाइल, बाइक और डीजल चोरी में भी लिप्त था।
गिरोह का सरगना जगदीश बावरिया डीडवाना पुलिस का हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कई गंभीर अपराध दर्ज हैं। पुलिस अब गिरोह से जुड़ी अन्य जानकारी जुटाकर इनसे और मामलों का खुलासा कराने में जुटी हुई है।