भारत जितना अपने किलों,महलों,मंदिरों के लिए जाना जाता है उतने ही मशहूर यहां के बीच हैं।गोवा,मुम्बई,केरल के बीच पूरी दुनिया में मशहूर हैं।दुनिया भर में फेमस होने के कारण ये इन बीचों पर भीड़भाड़ भी रहती है।लेकिन भारत में एक ऐसी जगह है जहां आपको बिलकुल भी भीड़ नहीं मिलेगी।यदि आप बीचों पर शांति में कुछ समय बिताना चाहते हैं तो लक्षद्वीप आपके लिए सबसे अच्छी जगह है।भारत के दक्षिणी पश्चिम में अरब सागर में 200 से 400 किलोमीटर की दूरी पर कई सारे द्वीपों का समूह है जिन्हें सामूहिक रूप से लक्षद्वीप कहा जाता है।यह एक केंद्रशासित प्रदेश है जिसकी राजधानी करवत्ति है।आइये जानते हैं लक्षद्वीप के आसपास कहाँ कहाँ घूमा जा सकता है।
मिनिकॉय द्वीप
कोचीन से यह द्वीप 318 किलोमीटर की दूरी पर है।लगभग 4 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ मिनिकॉय आइलैंड लक्षद्वीप का दूसरा सबसे बड़ा द्वीप है। यहाँ शानदार बीच रिसॉर्ट्स बने हुए है जहाँ से आप इन बीचों को निहार सकते हैं।यहाँ ट्यूना फिशिंग भी की जाती है। साथ ही यहाँ का लोकल सीफूड को बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
अगत्ती आइलैंड
अगत्ती आइलैंड में हवाई पट्टी है जो पूरे लक्षद्वीप में नहीं है।यहाँ कोरल रीफ भी देखीं जा सकती हैं।यहाँ आप कई तरह के जलीय जीव जंतुओं को भी पास से निहार सकते हैं। यहाँ बहुत ही शानदार रिसोर्ट बने हुए हैं जहाँ से समुद्र का व्यू बहुत ही खूबसूरत लगता है।
बंगाराम आइलैंड
हिन्द महासागर के साफ़ नीले पानी के बीच यह आइलैंड बसा हुआ है।यहाँ भी आपको कोरल रीफ दिखाई दे जाएँगी।यहाँ आप डॉल्फिन्स को भी देख सकते हैं।रंग बिरंगी मछलियों को देखना किसे अच्छा नहीं लगता।इस बीच पर आपको बहुत कम भीड़ भाड़ दिखाई देगी।
कवरत्ती आइलेंड
यहाँ सफ़ेद कोरल रीफ हैं जो बहुत ही आकर्षक लगते हैं।लगून एवं हरियाली के बीचों बीच बने रिसोर्ट यहाँ रुकने के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन हैं।
मरीन म्यूज़ियम
यह संग्रहालय कवरत्ती में स्थित है।यहाँ जलीय जीवों एवं समुद्र से सम्बंधित कई जानकारी पाई जा सकती हैं।यहाँ के अक्वेरियम में कई दुर्लभ जलीय जीव एवं मछलियां रखी गयीं हैं।यहाँ का टिकट भी बहुत ही कम है।