न्यूज़
Trending: Narendra Modi Rahul Gandhi Jyoti Malhotra Operation Sindoor Pahalgam Attack IPL 2025

पेपर, चॉक, नाखून... खाने की आदत यानी ‘पिका’ के संकेत, हो सकती हैं ये गंभीर समस्याएं

पेपर, चॉक, नाख़ून, धूल... ये सभी चीज़ें आपको रेस्तरां के मेनू में कभी नज़र नहीं आएंगी, लेकिन पिका नामक बीमारी से ग्रस्त लोगों को इसी...

Posts by : Nupur Rawat | Updated on: Fri, 28 May 2021 1:36:21

पेपर, चॉक, नाखून... खाने की आदत यानी ‘पिका’ के संकेत, हो सकती हैं ये गंभीर समस्याएं

पेपर, चॉक, नाख़ून, धूल... ये सभी चीज़ें आपको रेस्तरां के मेनू में कभी नज़र नहीं आएंगी, लेकिन पिका नामक बीमारी से ग्रस्त लोगों को इसी तरह की चीज़ें खाकर संतुष्टि मिलती है। पिका, ऐसी चीज़ें खाने की लालसा है जो खाद्य पदार्थ की श्रेणी में नहीं आते। पिका का सामान्य उदाहरण छोटे बच्चों का चॉक, मिट्टी, धूल और पेंसिल खाना है। पिका लैटिन शब्द ‘फ़ॉर मैगपाई’ से प्रेरित है। यह एक ऐसे पक्षी का नाम है जो कुछ भी खा सकता है।

वयस्कों में कुछ विशेष प्रकार के पौष्टिक तत्वों, जैसे-आयरन, ज़िंक आदि की कमी के कारण असामान्य चीज़ें खाने की लालसा उत्पन्न होती है। पिका से वे लोग भी पीड़ित हो सकते हैं, जिनके साथ बचपन में कोई बुरा हादसा हुआ हो, जैसे-मां का प्यार न मिलना, माता-पिता का अलगाव, उपेक्षा, उत्पीड़न इत्यादि।
आरंभ में पिका को सिर्फ़ कुछ विशेष प्रकार की भूख के रूप में जाना जाता था, जो खनिज पदार्थों की कमी के कारण होती थी, लेकिन अब इसे मानसिक बीमारी की श्रेणी में भी रखा जाने लगा है, क्योंकि पिका के बहुत से केसेस ऑब्सेसिव कम्पल्सिव डिस्ऑर्डर के दायरे में भी आते हैं। ‘‘पिका से पीड़ित व्यक्ति के केस को पूरी तरह समझने के लिए सिर्फ़ पौष्टिक तत्वों की कमी की जांच ही नहीं, बल्कि उसके मानसिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि को भी समझना ज़रूरी है।’’ कहना है मनोवैज्ञानिक डॉ. अशित सेठ का।

pica disease,pica,paper,chalk,nails,soil,zinc,iron,eating disorder,mental problem,symptoms of pica,health article in hindi

यह सिर्फ़ ईटिंग डिसऑर्डर ही नहीं है

मनोवैज्ञानिक डॉ. सुधीर श्रीवास्तव बताते हैं कि दुर्भाग्यवश पिका की पुष्टि करने के लिए कोई भी टेस्ट उपलब्ध नहीं है और इस क्षेत्र में ज़्यादा शोध भी नहीं हुए हैं। ‘‘यदि किसी व्यक्ति के पिका से ग्रस्त को होने की आशंका हो तो उसके परिवारवालों को ध्यान रखना चाहिए कि वो किस तरह के नॉन फ़ूड आइटम्स खाता है। यदि कोई व्यक्ति एक महीने से अधिक समय तक ऐसी चीज़ें खाता है तो वह पिकाग्रस्त कहा जा सकता है।’’
चूंकि पिका होने की एक वजह शरीर में पोषक तत्वों की कमी और कुपोषण भी होती है, इसलिए ख़ून में आयरन और ज़िंक के स्तर का पता लगाकर भी पिका का उपचार किया जा सकता है। एनीमिया का पता लगाने के लिए किए जाने वाले ब्लड टेस्ट से भी पिका के उपचार में मदद मिलती है। ये बच्चों के केस में ज़्यादा असरकारी होता है।

pica disease,pica,paper,chalk,nails,soil,zinc,iron,eating disorder,mental problem,symptoms of pica,health article in hindi

22 वर्षीय मनप्रीत कौर को शीशा खाने की आदत थी। टूटी हुई ट्यूबलाइट्स उनका मनपसंद नाश्ता था। इसे हीलाफ़ेज़िया की श्रेणी में रखा जाता है। डॉक्टर उनके शीशा खाने की ख़तरनाक आदत की वजह समझ पाने में असमर्थ थे। उनके केस का विस्तृत मनौवैज्ञानिक एवं मानसिक विश्लेषण करने के बाद पता चला कि उनके पिका से पीड़ित होने की वजह, बचपन में उनके सौतेले पिता द्वारा किया गया उत्पीड़न था। इससे पहले कि शीशे से उनका गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट क्षतिग्रस्त होता उनके पति ने उन्हें बिहेवियरल थेरैपी कराने के लिए राज़ी कर लिया।

pica disease,pica,paper,chalk,nails,soil,zinc,iron,eating disorder,mental problem,symptoms of pica,health article in hindi

ख़तरनाक लक्षण

इस तरह के नॉन फ़ूड आइटम्स खाने से गले में अवरोध के अलावा अंतड़ियों में अवरूद्धता और क्रॉनिक कब्ज़ की समस्या भी हो सकती है। पिका से पीड़ित व्यक्तियों को निम्न समस्याएं हो सकती हैं।
- बेज़ोर्स (जब बहुत सारी नहीं पचने वाली चीजों का पेट में इकट्ठा होना)
- संक्रमण (यदि व्यक्ति दूषित मिट्टी या जानवरों के मल का सेवन करता है)
- अंतड़ियों में अवरूद्धता
- लीड पॉइज़निंग (अगर किसी ने पेन्ट या लीड-पेन्ट डस्ट के अंतर्गत आने वाली वस्तुओं का सेवन कर लिया हो)

राज्य
View More

Shorts see more

रेस्टोरेंट से प्लास्टिक के डिब्बे में मंगाते हैं खाना? हो जाएं सतर्क, कहीं कैंसर को तो नहीं दे रहे न्योता!

रेस्टोरेंट से प्लास्टिक के डिब्बे में मंगाते हैं खाना? हो जाएं सतर्क, कहीं कैंसर को तो नहीं दे रहे न्योता!

  • बाहर से खाना मंगवाना अब आम हो गया है
  • रेस्टोरेंट प्लास्टिक कंटेनरों में खाना भेजते हैं
  • गर्म खाने से प्लास्टिक के ज़हरीले केमिकल घुल सकते हैं
read more

ताजा खबरें
View More

CNG और PNG की कीमतों में जल्द आ सकती है कमी, सरकार ने लिया बड़ा फैसला
CNG और PNG की कीमतों में जल्द आ सकती है कमी, सरकार ने लिया बड़ा फैसला
हफ्तेभर में 1,450 रुपये सस्ता हुआ सोना, जून की शुरुआत में निवेशकों को राहत, जानें 24 कैरेट के लेटेस्ट रेट
हफ्तेभर में 1,450 रुपये सस्ता हुआ सोना, जून की शुरुआत में निवेशकों को राहत, जानें 24 कैरेट के लेटेस्ट रेट
क्वालीफायर-2 जीतने के बाद कितनी टीमें बनीं आईपीएल चैंपियन? आंकड़े जानकर चौंक जाएंगे
क्वालीफायर-2 जीतने के बाद कितनी टीमें बनीं आईपीएल चैंपियन? आंकड़े जानकर चौंक जाएंगे
भूल चुक माफ ने बॉक्स ऑफिस पर मचाया धमाल, 9 दिन में पार किए 50 करोड़
भूल चुक माफ ने बॉक्स ऑफिस पर मचाया धमाल, 9 दिन में पार किए 50 करोड़
ममता बनर्जी ने बंगाल को बना दिया भ्रष्टाचार और अत्याचार का अड्डा, अमित शाह का हमला
ममता बनर्जी ने बंगाल को बना दिया भ्रष्टाचार और अत्याचार का अड्डा, अमित शाह का हमला
मई में 16% बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा GST कलेक्शन
मई में 16% बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा GST कलेक्शन
एडवांस बुकिंग शुरू होते ही करोड़ों में नोट छापने लगी Housefull 5, दर्शकों का उत्साह चरम पर
एडवांस बुकिंग शुरू होते ही करोड़ों में नोट छापने लगी Housefull 5, दर्शकों का उत्साह चरम पर
IPL 2026 से पहले KKR इन 5 खिलाड़ियों को दिखा सकती है बाहर का रास्ता, करोड़ों में खरीदा गया खिलाड़ी भी लिस्ट में
IPL 2026 से पहले KKR इन 5 खिलाड़ियों को दिखा सकती है बाहर का रास्ता, करोड़ों में खरीदा गया खिलाड़ी भी लिस्ट में
कल्कि धाम पहुंची महामंडलेश्वर ममता कुलकर्णी, PM मोदी को लेकर कही इतनी बड़ी बात
कल्कि धाम पहुंची महामंडलेश्वर ममता कुलकर्णी, PM मोदी को लेकर कही इतनी बड़ी बात
निर्जला एकादशी 2025: व्रत की तिथि, महत्व, कथा और संपूर्ण पूजा विधि
निर्जला एकादशी 2025: व्रत की तिथि, महत्व, कथा और संपूर्ण पूजा विधि
IPL Final में दिखेगा War 2 का दम – ऋतिक रोशन Vs  Jr NTR के धमाकेदार प्रमोशन के लिए YRF का बड़ा प्लान
IPL Final में दिखेगा War 2 का दम – ऋतिक रोशन Vs Jr NTR के धमाकेदार प्रमोशन के लिए YRF का बड़ा प्लान
OnePlus 13s भारत में इस हफ्ते होगा लॉन्च, दमदार फीचर्स और स्टाइलिश लुक के साथ आ रहा नया फ्लैगशिप
OnePlus 13s भारत में इस हफ्ते होगा लॉन्च, दमदार फीचर्स और स्टाइलिश लुक के साथ आ रहा नया फ्लैगशिप
हर 15 दिन में रंग बदलती है उत्तराखंड की यह घाटी, जून से अक्टूबर के अंत तक पर्यटकों के लिए रहती है खुली
हर 15 दिन में रंग बदलती है उत्तराखंड की यह घाटी, जून से अक्टूबर के अंत तक पर्यटकों के लिए रहती है खुली
बुढ़ापे के लिए शानदार है पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम,  घर बैठे हर महीने मिलेंगे 20,500 रुपये
बुढ़ापे के लिए शानदार है पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम, घर बैठे हर महीने मिलेंगे 20,500 रुपये