2 पेग शराब का सेवन बढ़ा देगा कैंसर का खतरा, नई रिसर्च में खुलासा
By: Nupur Rawat Mon, 20 Jan 2025 4:13:23
कोलोरेक्टल कैंसर को लेकर आई एक हालिया स्टडी रिपोर्ट आपको चौंका सकती है। हालांकि, यह अध्ययन केवल महिलाओं पर आधारित था, लेकिन इससे जो निष्कर्ष सामने आए हैं, वे कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, शराब का सेवन और लाल मांस का consumption कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है, जबकि कैल्शियम और डेयरी उत्पादों का सेवन इस जोखिम को कम कर सकता है।
यह रिपोर्ट ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कैंसर एपिडेमियोलॉजी यूनिट के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक लंबी रिसर्च का परिणाम है। इस अध्ययन में यूके की 5,42,778 महिलाओं को शामिल किया गया था, और इस दौरान 12,251 महिलाओं में कैंसर की पुष्टि की गई थी।
रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ है कि प्रोसेस्ड रेड मीट का सेवन कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। हालांकि, अभी यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इन खाद्य पदार्थों का सेवन किस प्रकार शरीर में बदलाव लाकर कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
रोजाना दो पेग शराब और लाल मांस सेहत पर भारी, कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा
हालिया अध्ययन में यह पाया गया है कि रोजाना 20 ग्राम यानी करीब दो पेग शराब का सेवन करने वालों में कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 15% ज्यादा था। इसका मतलब यह है कि यदि आप रोजाना शराब पीते हैं, भले ही इसकी मात्रा कम हो, तो भी आप इस खतरनाक बीमारी के शिकार हो सकते हैं। वहीं, लाल मांस के सेवन करने वालों के लिए भी यह खतरा बढ़ गया है। अध्ययन में बताया गया कि जो लोग हर दिन 30 ग्राम या उससे ज्यादा लाल मांस या प्रोसेस्ड मांस का सेवन करते हैं, उनमें कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 8% तक बढ़ जाता है।
इसके विपरीत, कैल्शियम का सेवन कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को कम करने में सहायक हो सकता है। अध्ययन में यह पाया गया कि यदि कोई व्यक्ति रोजाना 300 ग्राम कैल्शियम (लगभग एक गिलास दूध) का सेवन करता है, तो उसे कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 17% तक कम हो सकता है। इसके अलावा, डेयरी उत्पादों जैसे दूध, दही और पनीर का सेवन करने वालों में भी कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा कम था।
गौरतलब है कि 2022 में लगभग 20 लाख मामलों के साथ, कोलोरेक्टल कैंसर वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे सामान्य कैंसर बन चुका है। अधिक आय वाले देशों में इसके मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं, लेकिन अब यह कम आय वाले क्षेत्रों में भी तेजी से बढ़ रहा है।
कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा कम करने में मददगार है सही डाइट
हालिया अध्ययन में यह पाया गया कि उचित डाइट के माध्यम से कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। अध्ययन के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति हर दिन 20 ग्राम साबुत अनाज का सेवन करता है, तो कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 10% तक कम हो सकता है। इसके अलावा, नाश्ते में अनाज का सेवन, जो 40 ग्राम प्रति दिन (एक सर्विंग) होता है, कैंसर के खतरे को 7% तक कम कर सकता है।
फलों का सेवन भी कैंसर के खतरे को घटाने में सहायक हो सकता है। अध्ययन में यह पाया गया कि यदि आप हर रोज एक सेब (जिसमें लगभग 5 ग्राम फाइबर होता है) खाते हैं, तो कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 8% तक घट सकता है। साथ ही, रोजाना 200 ग्राम फल (जो लगभग एक कप के बराबर होता है) खाने से यह खतरा 10% तक कम हो सकता है।
सब्जियों का सेवन भी कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अध्ययन में यह बताया गया कि यदि आप प्रतिदिन 100 माइक्रोग्राम फोलेट (जो एक कप पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है) का सेवन करते हैं, तो कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
इसके अलावा, विटामिन सी का सेवन भी इस खतरे को घटाने में मदद कर सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि रोजाना 100 मिलीग्राम विटामिन सी (जो एक संतरे में पाया जाता है) का सेवन करने से कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 10% तक कम हो सकता है।
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