जयपुर। राजस्थान में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और अब राज्य के कई जिलों में मूसलधार बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। सोमवार को जहां पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में भारी बारिश के आसार हैं, वहीं माउंट आबू और कोटा क्षेत्र में बीते 24 घंटों में हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में सक्रिय सिस्टम के चलते बारिश की गतिविधियां और तेज़ होने की आशंका है।
बारिश से तरबतर राजस्थान: माउंट आबू में 8 इंच पानी
रविवार को राजस्थान के कई जिलों में झमाझम बारिश देखने को मिली। सबसे अधिक बारिश माउंट आबू में दर्ज की गई, जहां 24 घंटे में करीब 8 इंच पानी गिरा। बादलों की तेज़ गड़गड़ाहट और झमाझम बारिश ने आबू की वादियों को घने कोहरे की चादर में ढक दिया। नदी-नालों में अचानक बहाव तेज़ हो गया, जिससे स्थानीय लोगों को सतर्क किया गया।
कोटा बैराज से बढ़ी चंबल में जल आवक, कई रास्ते बंद
कोटा बैराज के दो गेट खोलने के कारण चंबल नदी में पानी की आवक तेज़ हो गई है। कैथूदा के पास झरेर बालाजी की पुलिया पर लगभग तीन फीट पानी चढ़ गया, जिसके चलते खातौली-सवाई माधोपुर मार्ग बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने के निर्देश दिए हैं।
बंगाल की खाड़ी से आ रहे सिस्टम का असर
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बैक-टू-बैक दो नए सिस्टम सक्रिय हो रहे हैं, जिनका प्रभाव आगामी दिनों में राजस्थान पर भी दिखाई देगा। 23 और 24 जून को पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा 25 से 27 जून के बीच बीकानेर संभाग में भी आंधी और भारी बारिश के आसार हैं।
रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट: कौन-कौन से जिले प्रभावित
रेड अलर्ट (बहुत भारी बारिश की चेतावनी)
राजस्थान में आगामी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने विभिन्न जिलों के लिए अलग-अलग स्तर का अलर्ट जारी किया है। सबसे गंभीर रेड अलर्ट टोंक और बूंदी जिलों के लिए जारी किया गया है, जहां बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है। इन क्षेत्रों में जलभराव, बाढ़ और सामान्य जनजीवन के प्रभावित होने की पूरी संभावना है।
ऑरेंज अलर्ट (भारी बारिश की चेतावनी)
ऑरेंज अलर्ट, जो भारी बारिश की चेतावनी को दर्शाता है, वह जयपुर, दौसा, करौली, सवाई माधोपुर, कोटा, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिलों में लागू किया गया है। इन जिलों में बारिश के साथ तेज़ हवाएं और वज्रपात जैसी घटनाएं हो सकती हैं, जिससे यातायात और विद्युत आपूर्ति पर असर पड़ने की संभावना है।
येलो अलर्ट (हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी)
वहीं येलो अलर्ट, जो हल्की से मध्यम बारिश की संभावना दर्शाता है, वह राजस्थान के सबसे अधिक जिलों के लिए जारी किया गया है। इनमें बारां, झालावाड़, प्रतापगढ़, उदयपुर, सिरोही, जालोर, राजसमंद, पाली, अजमेर, नागौर, भरतपुर, धौलपुर, सीकर, झुंझुनूं, चूरू, हनुमानगढ़, गंगानगर और बीकानेर शामिल हैं। इन जिलों में भी स्थानीय जलभराव, फिसलन और विजिबिलिटी कम होने जैसी स्थितियां बन सकती हैं।
इस व्यापक चेतावनी के चलते प्रशासन ने सभी संबंधित जिलों में सतर्कता बरतने और आपदा प्रबंधन टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
आज कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
सोमवार को जयपुर सहित पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में दोपहर के बाद तेज़ बारिश की संभावना है। कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और तेज़ हवाएं चलने का भी अनुमान है। शाम होते-होते कुछ जिलों में जलभराव की स्थिति बन सकती है, खासकर शहरी इलाकों में।
सावधान रहें, सतर्क रहें
प्रशासन ने बारिश से प्रभावित जिलों के नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेषकर नदी-नालों और जलमग्न इलाकों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। स्कूलों, अस्पतालों और सार्वजनिक स्थानों पर राहत व सुरक्षा इंतज़ामों को लेकर जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किए गए हैं।
राजस्थान में मानसून अब पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है और मौसम विभाग की चेतावनियों को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। माउंट आबू से लेकर कोटा, और जयपुर से लेकर बीकानेर तक, हर क्षेत्र में बारिश का असर साफ दिखाई दे रहा है। अगले पांच दिन बारिश से तरबतर रहेंगे, ऐसे में ज़रूरी है कि लोग सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करें और प्रशासन के निर्देशों को गंभीरता से लें।